हाल ही में आए फोनी चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित तटीय राज्य ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग बृहस्पतिवार को राज्यसभा में उठी। उच्च सदन में बीजद के प्रशांत नन्दा ने शून्यकाल के दौरान यह मांग उठाते हुए कहा कि तटीय राज्य ओडिशा पर प्राकृतिक आपदाओं का कहर आए दिन टूटता है। उन्होंने कहा कि चक्रवात, तूफान, बाढ़, सूखा जैसे विषम हालात की वजह से राज्य के लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
प्रशांत नंदा ने कहा कि ओडिशा ने 98 चक्रवातों का सामना किया है। हाल ही में, फोनी चक्रवात ने तटीय राज्य को गंभीर स्थिति में पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं की वजह से राज्य की अवसंरचना तबाह हो जाती है और बार बार नए प्रयास करने पड़ते हैं। विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के लिए जो स्थितियां तय हैं, ओडिशा में वही हालात हैं।
नंदा ने कहा कि आए दिन प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने वाले, जनजातीय बहुल इस राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि इसे विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए। उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया कि वह ओडिशा को विशेष राज्य का दर्जा दे। अन्नाद्रमुक सदस्य ए के सेल्वाराज ने तमिलनाडु के तटीय इलाकों में रहने वालों को हर साल बाढ़, तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान का मुद्दा उठाया। उन्होंने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को आवास सुविधा देने के लिए केंद्र से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाने वाली राशि बढ़ाने की मांग की।