लोकसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद राहुल गांधी केरल के अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड पहुंचे। अपने दौरे के दूसरे दिन रविवार को कोझीकोड में रोड शो के दौरान राहुल ने इन दो दिनों में केरल की जनता से मिले प्यार का जिक्र करते हुए कहा, पिछले दो दिनों में आपने मुझे जितना प्यार दिया उसे देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि मैं यहां जन्म से रह रहा हूं। राहुल ने यहीं उस नर्स राजम्मा से भी मुलाकात की जो उनके जन्म के समय मौजूद थीं। रविवार को राहुल से मिलकर राजम्मा काफी भावुक हो गईं। जिस समय राहुल ने वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला किया उस समय भी रिटायर्ड नर्स राजम्मा ववाथिल (72) ने काफी खुशी जताई थी।
उन्होंने उस समय कहा था, राहुल की नागरिकता पर किसी को उंगली नहीं उठानी चाहिए। 19 जून 1970 को जब राहुल दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल में पैदा हुए उस समय राजम्मा ने उन्हें अपनी गोद में लिया था। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष शनिवार को पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नजर आए थे। वायनाड में हुए अपने रोड़ शो में राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी की विचारधारा पर हमला बोलते हुए कहा था, राष्ट्रीय स्तर पर हम जहर से लड़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी देश को बांटने के लिए नफरत के जहर का इस्तेमाल करते हैं। इस देश के लोगों को बांटने के लिए वह नफरत और गुस्से का प्रयोग करते हैं। चुनाव को जीतने के लिए झूठ बोलते हैं।
राहुल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी देश की सबसे बुरी भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह गुस्से, नफरत, असुरक्षा और झूठ का प्रतिनिधित्व करते हैं। वायनाड के कालपेट्टा में उन्होंने आम लोगों के लिए हमेशा अपने दरवाजे खुले रहने का वादा किया। राहुल ने कहा, किसी भी उम्र, किसी भी क्षेत्र और किसी भी विचारधारा के लोग हमसे कभी भी मिल सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि मैं भले ही कांग्रेस से जुड़ा है, लेकिन किसी के लिए भी हमेशा मेरे दरवाजे खुले हैं।
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