सूखाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि उनकी सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उससे आने वाली पीढ़ी को सूखा जैसी स्थिति नहीं देखना पड़ेगा। जलयुक्त शिवार, मराठवाडा वॉटर ग्रीड, गाद मुक्त तालाब, गादयुक्त शिवार, नदी जोड प्रकल्प, जलशक्ति मंत्रालय आदि के माध्यम से मराठवाडा जैसे सूखा क्षेत्र में हरियाली आ जाएगी। भारतीय जैन संघटना, अरित फाउंडेशन और बजाज ऑटो के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में फडणवीस ने कहा कि बजाज चारा छावणी राज्य की आदर्श चारा छावणी है।
यहां पर पिछले तीन महीने से जानवरों की देखभाल, चारे की व्यवस्था, चिकित्सक सुविधा, किसानों के खाने की अच्छी व्यवस्था की गई है। सूखे में जल रहे मराठवाडा में इस तरह का उपक्रम चलना बहुत ही अच्छा काम है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शांतीलाल मुथा, बजाज समूह के सी.पी. त्रिपाठी और प्रशांत बंब द्वारा किए गए कार्य की विशेष सराहना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने समय के पहले ही सूखा घोषित कर दिया था। सूखे की स्थिति में दी जानेवाली आर्थिक मदद, चारा छावनियों के लिए अनुमति, चारा छावनी के लिए निधि में वृद्धि आदि कामों से सरकार ने किसानों को धीरज देने का प्रयास किया है।
केंद्र सरकार ने 4,700 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त किसानों की मदद के लिए दिया। सरकार के महत्वाकांक्षी योजना जलयुक्त शिवार अभियान के कारण संरक्षित सिंचाई का लाभ हुआ। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मराठवाडा को सूखे की स्थिति से बाहर निकालने के लिए मराठवाडा ग्रीड का अंतिम विकास प्रारूप तैयार किया जा रहा है। इसमें मराठवाडा के तालाब एक साथ जोड़े जाएंगे। इन तालाबों को पाइप की सहायता से जोड़ा जाएगा।