नाजी, उस दिन न तो रक्षाबंधन का दिन था न की भैयादूज का दिन था। फिर भी गुजरात के एक शहेर में अनूठा रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। गुजरात के अहमदाबाद शहर के पूर्वीय क्षेत्र में पिने के पानी की किल्लत की शिकायत लेकर जब कुछ महिलाएं भाजपा के नरोडा निर्वाचन क्षेत्र के अपने स्थानीय विधायक बलराम थावानी के पास पहुंची। सन्माननीय विधायकजी को कहा की पानी की समस्या है, गर्मी है लोग परेशान है कृपया कुछ करिये। बात बात में न जाने ऐसा क्या हो गया की संस्कारी भाजपा के संस्कारी विधायक ने महिला नेता जो की एनसीपी के साथ जुडी है उसे धक्के मार अपनी ऑफिस के बाहर निकाली और विधायक के कार्यकर्ताओं ने तो महिला को पीटा साथ में जन प्रतिनिधि विधायकजी ने भी लातें चलाई। घूंसे मारे, जब विधायक के इस अच्छे काम का वीडियो वाइरल हुवा तो खलबली मच गई। पूरे देश में संस्कारी भाजपा के अति संस्कारी विधायक की काली और घिनौनी हरकत से पार्टी की आबरू के परचम लहेराने लगे तब जा कर बड़े बड़े नेता जागे और एनसीपी पर न जाने क्या दबाव डाला की 17 घंटे के भीतर लातें खानेवाली घूंसे खानेवाली और न्याय की गुहार लगानेवाली महिला नेता से विधायक ने राखी बन्धवाइ….! एक दुसरे को लड्डू खिलाएं, मानो कुछ हवा ही नहीं या ये सब एक फ़िल्मी ड्रामा था….!
अजब भाजपा के ये गजब विधायक ने मिडिया के सामने खा की जो कुछ हवा वह ठीक नहीं था, गुस्से में आकर उन्होंने महिला पर लात चलाई। पीड़ित महिला मेरी बहन जैसी ही है में उनसे माफ़ी मांगता हु और उसके बाद पीड़ित महिलाने चंद घंटो पहले बने अपने नये नये भैया की कलाई पर बड़े चाव से राखी बाधी, रक्षाबंधन किया और एक दुसरे ने मुह मीठा किया….! एनसीपी के नेताजी शरद पवार इस घटना से वाकिफ होंगे या नहीं लेकिन गुजरात एनसीपी में जुड़े भाजपा के नेताजी शंकरसिंह वाघेला को उनकी दल की स्थानीय महिला नेता पर विधायक ने लाते चलाई इसके बारे में जानते हुए भी विरोध-प्रदर्शन या आन्दोलन करने की बजाय मौनीबाबा बने रहे….! कोंग्रेस ने रेली निकाली और विधायक का इस्तीफा माँगा लेकिन वाघेला एक शब्द भी न बोले। कुछ तो वजह होंगी। क्या वजह ये तो वे ही जाने लेकिन जिस तरह से मामले को दबाने की कोशिश की गई और राखी बांधना और बंधवाना का ड्रामा हुवा है वह शर्मनाक है। लातें खाने के बाद भी उसी की कलाई पर राखी बांधना ऐसी बहना एनसीपी को मुबारक हो। लातें मार कर, हाथ उठाकर हिंसा करनेवाले विधायक भाजपा को मुबारक हो।
गुजरात भाजपा ने महिला पर लातें चलाने वाले अपने विधायकजी की घिनौनी हरकत को हल्के में लिया और उनकी हरकत को अशोभनीय बताया। मानो की ऐसा तो चलता रहता है, लातें ही तो मारी है गोली मारी है क्या…? कल को कोई विधायक या पार्टी कार्यकर्ता किसी महिला के साथ दुष्कर्म करेंगा तो क्या उसमे भी भाई-बहन और राखी वाला ड्रामा दोहराया जायेंगा क्या…? लातें मारो, फिर अररर… तू तो मेरी बहना है..प्यारी प्यारी बहना है….फूलोँ का तारो का सबका कहना है एक हजारो में मेरे बहना है….गलती हो गई….माफ़ कर दे और ले ये कलाई बाँध दे राखी ताकि दुनिया के लगे की ओ..तेरी …ये तो भाई-बहन निकले….!? शर्म आणि चाहिए उस एनसीपी की महिला और गुजरात एनसीपी के वाघेला समेत के सभी नेताओं को और शर्म आणि चाहिए संस्कारी विधायक जो की अपने आप को सुंधा माता का सेवक बताता है और नारी शक्ति पर लातें चलाता है….! गुजरात भाजपा यदि नारी शक्ति की कदर करने में मानती हो तो तुरंत इस विधायक को पार्टी से निकाल बाहर कर देना चाहिए। राखी बंधन एक ड्रामा है ये भाजपा के नेता भी जानते ही है। लगता है भाजपा ने नया सूत्र दिया- पहले महिला को लातें मारो फिर राखी बंधन कर बच निकलो…भाड में जाय नारी महिमा के संस्कार….! देश बदल रहा है….भाजपा भी बदल रही है…!! सौगंद मुझे इस कमल की लातें तो मारूंगा ही…!