एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश चीन लंबे समय से धुंध भरे आसमान की समस्या से जूझता रहा है । इस समय विश्व में तेजी से आगे बढ़ रही अर्थव्यवस्था वाला देश भारत भी प्रदुषण की मार झेल रहा है । दुनिया के १० सबसे प्रदुषित शहर भारत में ही है । कुसुम तोमर को दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदुषित हवा में सांस लेने की कीमत पता चल गई है । रिपोर्ट के मुताबिक २९ साल की तोमर को फेफड़े का कैंसर हो गया है जबकि उन्होंने कभी सिगरेट को हाथ तक नहीं लगाया । उनके पति विवेक ने इलाज कराने के लिए जमीन बेच दी । धीरे धीरे जमा की हुई सारी रकम खर्च गो गई और परिवारवालों से उधार भी लेना पड़ा । तोमर ने कहा, सरकार देश के आर्थिक विकास के बारे में सोचती है लेकिन लोग बीमारी की वजह से मर रहे है । अगर हमारे देश के लोग बीमारी की वजह से आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे हैं तो अर्थव्यवस्था कैसे विकसित हो सती है । मोदी सरकार का कहना है कि हवा में प्रदुषण कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं । लेकिन कारों से निकलने वाला धुआं और कॉन्स्ट्रक्शन साइट की धुल से बढ़ रहे प्रदुषण को रोकने के लिए क्या ये कदम पर्याप्त होंगे । सर्दियां शुरू होते ही मोदी सरकार की नीतियों की परीक्षा होने वाली है । इस समय धड़ल्ले से फसलें जलाई जा रही है और दिवाली पर प्रदुषण खतरनाक हो जाता है । अगर सफल रूप से नीतियों को लागू किया जाता है तो भारत के लोग और सरकार और भी ज्यादा अमीर हो सकती है । विश्व बैंक के आंकड़ो के मुताबिक हेल्थ केयर फीस और प्रदुषण की वजह से प्रोडक्टिविटी का नुकसान भारत की जीडीपी का ८.५ प्रतिशत है । इस समय भारत विश्व की सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था है । हालांकि चीन की अर्थव्यवस्था भारत से पांच गुना बड़ी है ।
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