पोस्ट ग्रेजुएट की फिलहाल चल रही प्रवेश कार्रवाई मे अनुसुचित जाति (एससी) और अनुसुचित जनजाति (एसटी) केटेगरी के विद्यार्थियों को अन्याय हो रहा हैं । एससी और एसटी की रिक्त सीटों पर एससी और एसटी उम्मीदवारों को ही प्रवेश देने का प्रावधान करता खुद राज्य सरकार के अध्यादेश का अमल नहीं हो रहा हैं । उम्मीदवारों को प्रवेश में हो रहे अन्याय को लेकर भारी नाराजगी देखने मिल रही हैं । इस मामले में एडमिशन कमिटी के चेयरमेन को एक ज्ञापन सौंपा गया हैं । सरकार के उपरोक्त परिपत्र का तत्काल अमलीकरण करने मांग की गई हैं । मिली जानकारी के अनुसार एडमीशन कमिटी फोर प्रोफेशनल ग्रेजुएट मेडिकल कोर्स द्वारा पीजी मेडिकल कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया शुरु की गई हैं । हालांकि यह प्रवेश प्रक्रिया में एससी और एसटी उम्मीदवारों को प्रवेश में अन्याय हो रहा होने की बात सामने आ रही हैं । राज्य सरकार के २४-१०-२०१६ के परिपत्र अनुसार अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति के उम्मीदवारों की रिक्त सीटों पर अनुसुचित जाती और अनुसुचित जनजाति के विद्यार्थियों को प्रवेश देने स्पष्ट प्रावधान किया गया हैं । जो अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति के विद्यार्थी उपलब्ध नहीं हो तो राष्ट्रीयस्तर के अखबार में विज्ञापन देना होता हैं । लेकिन अब तक एडमीशन कमिटी द्वारा इस तरह की कोई कार्रवाई शुरु नहीं की हैं । मामले में विद्यार्थी अभिभावक मंडल के प्रमुख डो राजेन्द्र जाधव ने एडमीशन कमिटी के चेयरमेन को ज्ञापन सौंपा हैं । जिसमें मांग की गई हैं कि राज्य सरकार की आरक्षण नीति में परिपक्ष का पालन कराया जाए और पीजी मेडिकल कोर्स की प्रवेश कार्रवाई में रिक्त सीटों पर अन्य विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाए ।