अहमदाबाद म्युनिसिपल ट्रान्सपोर्ट सर्विस (एएमटीएस) की बस प्रतिदिन कंगाल बनती जा रही सर्विस से यात्री परेशान है, इसमें भी बस की रफ ड्राइविंग तथा कुछ ड्राइवर -कंडक्टर के खराब व्यवहार से अधिकतर यात्री परिचित है । हालांकि आश्चर्यजनक तरीके से एएमटीएस बस के ऑनरोड दुर्घटना कम हुई है । प्रशासन के चोपडे में गत वर्ष के दौरान कुल ४६७ दुर्घटना दर्ज किए गए थे जिसमें से १० प्राणघातक थे ।
एएमटीएस बस के पहिये के नीचे आ जाने की वजह से वर्ष २०१७ में कुल दस व्यक्ति की मौत हुई थी । जिसमें से संस्था की बस नीचे एक, ओ एंड एम की बस नीचे एक और सबसे ज्यादा निजी ऑपरेटर की बस के नीचे ८ व्यक्ति की मौत हुई थी । संस्था की बस की अपेक्षा दुर्घटना की संख्या मामले में निजी ऑपरेटरों की बस लोगों के लिए काफी खतरनाक बन गई थी । संस्था की बस के कुल ७० छोटी-बड़ी दुर्घटना की तुलना में निजी ऑपरेटरों की बस से कुल ३११ छोटी-बड़ी दुर्घटना हुई थी ।
प्राणघातक दुर्घटना के मामले में प्रशासन द्वारा निजी ऑपरेटर को एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाता है तथा आरटीओ द्वारा ड्राइवर का लाइसेंस छह महीने के लिए जब्त किया जाता है । जबकि संबंधित ड्राइवर को डयुटी पर नहीं लिया जाता है । पिछले सात वर्ष में प्रशासन के चोपडे में दर्ज किए गए दुर्घटना की जानकारी जांच करने पर वर्ष २०१५-१६ में सबसे ज्यादा ७४० छोटी-बड़ी दुर्घटना हुई थी । यानी कि दिन में दो दुर्घटना होकर यह पूरे वर्ष नागरिकों के लिए भयजनक बन गया था । जबकि प्राणघातक दुर्घटना के मामले में वर्ष २०११-१२ में कुल २० प्राणघातक दुर्घटना हुई यह वर्ष खराब रहा था ।
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