महाराष्ट्र के कोल्हापुर में ऐल्युमिनियम व्यवसायी परिवार से ताल्लुक रखने वाले २४ वर्षीय सीए मोक्षेष शाह जैन भिक्षु बनेंगे । मूल रूप से गुजरात के रहने वाले मोक्षेष शाह २० अप्रैल को अहमदाबाद के अमियापुर में दीक्षा लेंगे । करीब १०० करोड़ रुपये का व्यवसाय संभाल रहे मोक्षेष का मानना है कि पैसे से सबकुछ नहीं खरीदा जा सकता है और मोक्ष सबसे जरूरी है ।
बताया जा रहा है कि रत्न मुनिराज जिनप्रेमविजय जी महाराज अहमदाबाद के नजदीक अमियापुर में स्थित तपोवन संस्कारपीठ में मेक्षेष को दीक्षा देंगे ।
वह अपने परिवार के पहले शख्स हैं जो भिक्षु की दीक्षा लेंगे । मोक्षेष ने इस बारे में कहा, यदि धन से सबकुछ खरीदा जा सकता है तो सभी धनी लोग खुश होते । कुछ हासिल करने से आंतरिक खुशी नहीं मिलती है बल्कि सिसे कुछ छूट जाता है ।
उन्होंने कहा, सीए बनने के बाद मैंने दो साल बिजनस किया लेकिन पाया कि मुझे अपने बैलेंस शीट में पुण्य के बैलंस को बढ़ाना होगा । इसी वजह से मैंने दीक्षा लेकर जैन भिक्षु बनने का फैसला किया । मैं पिछले साल ही दीक्षा लेना चाहता था लेकिन मेरी मां जिगनाबेन और पिता संदीपभाी इसके लिए तैयार नहीं थे । हालांकि उन्होंने इस वर्ष दीक्षा लेने की अनुमती दी ।
युवाओं को संदेश देते हुए मोक्ष ने कहा कि मोक्षष ने कहा कि मोक्ष का रास्ता सर्वश्रेष्ठ है लेकिन जीवन में आपको दूसरों के लिए मददगार बनना चाहिए । यहां तक की तीर्थकर परमात्मा ने भी कहा है कि हमेशा दूसरों के लिए मददगार रहना चाहिए ।