आगामी ग्रीष्म ऋतु में शेढी नहर में राज्य के सिंचाई विभाग द्वारा शुरू किया जा रहा रिपेरिंग काम के कारण रास्का में से एक बूंद भी पानी नहीं मिलने के कारण शहरीजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा । शेढी नहर को आगामी १ मार्च, २०१८ से रिपेरिंग के लिए बंद कर दिया जाएगा और १६ जून, २०१८ से नहर में से मही नदी का पानी मिलने लगेगा, हालांकि भीषण गर्मी के कारण यह चार महीने में लोग रास्का के पानी बिना परेशान होंगे । ऐसे तो शेढी नहर में अक्सर लीकेज हो जाने की वजह से सिंचाई विभाग द्वारा इसका रिपेरिंग किया जाता है । शेढी नहर के ऐसे छोटे रिपेरिंग काम से भी पांच से छह दिन तक शहर में पानी की कमी पैदा होती है । गत ग्रीष्म सीजन में शेढी नहर के कच्चे तटबंध के लिए सामान्य रिपेरिंग काम शुरू किया गया था । लेकिन आगामी ग्रीष्म सीजन तो लोगों के लिए भारी बाधारूप बननेवाला है । राज्य के सिंचाई विभाग द्वारा १५ दिन पहले म्युनिसिपल सत्ताधीशों को शेढी नहर की रिपेरिंग के बारे में लिखित में जानकारी दी गई है । सिंचाई विभाग के पत्र में प्रशासन को आगामी १ मार्च से १५ जून तक शेढी नहर इसका पक्का तटबंध बनाने के लिए बंद रखा जाएगा यह स्पष्ट उल्लेख करते हुए सत्ताधीश दुविधा में है । गत ग्रीष्म ऋतु में तो नहर को पक्का तटबंध बनाने के काम में शिकायत आने पर सिंचाई विभाग को तुरंत कदम उठाने पड़े थे, लेकिन आगामी ग्रीष्म ऋतु में तो सिंचाई विभाग कैसे भी करके शेढी नहर की रिपेरिंग करने की वजह से ग्रीष्म ऋतु में चार महीने रास्का में से नागरिकों को एक बूंद भी पानी नहीं मिलेगा । हाल में नागरिकों को हररोज १२०० एमएलडी पानी आपूर्ति की जाती है, जिसमें रास्का में से २१० एमएलडी पानी मिलता है यानी कि ग्रीष्म ऋतु में करीब २० फीसदी पानी की कमी पैदा होने की वजह से प्रशासन अभी से दुविधा में पड गया है । रास्का में से पानी मिलना बंद होने से दक्षिण जोन के मणिनगर, ईसनपुर, दाणीलीमडा, बहेरामपुरा, इन्द्रपुरी, खोखरा, वटवा आदि जगहों पर पानी की तंगी होगी ।