मोटेरा में रहते और चांदखेडा में फोनेकस एज्यूकेशन नाम की संस्था चलाकर विद्यार्थियों को एडमिशन कराकर देते युवक ने गांधीनगर में रहते होस्टल संचालक के साथ धोखाधड़ी किए जाने की घटना सामने आयी है । गांधीनगर सेक्टर ५ में रहते और गुरूकृपा होस्टल चलाते शैलेशभाई पटेल के पुत्र मिलन को २०१४ में मेडिकल में सरकारी क्वोटा में एडमिशन नहीं होने की वजह से निजी कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए शैलेशभाई के मित्र संदीपभाई ने चांदखेडा में फोनेकस एज्यूकेशन नाम की संस्था चलाकर विद्यार्थियों को एडमिशन दिलाने का कामकाज करते भावेशभाई गज्जर (निवासी-मोटेरा) का संपर्क कराया था । भावेशभाई ने नासिक में स्थित एएमबीटी कॉलेज में १५ लाख डोनेशन और अन्य फीस बताकर एडमिशन कराकर देने का बताया था । शैलेशभाई ने पहले दौर में २ लाख रुपये दे दिया था और १० लाख रुपये बैंक अकाउन्ट में जमा कराया था । भावेशभाई ने कुछ दिन बाद फोन करके नासिक की कॉलेज में एडमिशन हो जाने का बताते हुए वह नासिक गये थे लेकिन कॉलेज में एडमिशन नहीं होने का बताया था । इस बारे में भावेशभाई के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने बताया था कि महाराष्ट्र के सतारा में एडमिशन मिलेगा जिसमें डोनेशन के तहत २० लाख रुपया देना पड़ेगा । १४ लाख रुपये पहले दौर के तहत देने की बात करने पर फिर से १४ लाख शैलेशभाई ने भावेशभाई को नकद दिया था । महाराष्ट्र के सतारा में इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च में एडमिशन हो जाने का भावेशभाई ने बताते हुए शैलेशभाई अपने पुत्र के साथ कॉलेज में गये थे । जहां कॉलेज की तरफ से ६० हजार की एडमिशन हुए होने की रसीद दी थी । लेकिन कॉलेज में कोई भी प्रकार का नाम का उल्लेख नहीं था ।