अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा पिछले एक वर्ष के अंदर उठाये गये चरणबद्ध कदम और कार्यरत किए गए विभिन्न प्रॉजेक्ट को लेकर म्युनिसिपल तिजोरी पर हर वर्ष पडता ३० करोड़ रुपये के अलावा आर्थिक बोझ को घटाने में प्रशासन को सफलता मिली है । जिसमें पानी के बिल के तहत म्युनिसिपल प्रशासन ६ करोड़ रुपये की कमी कर सका है इसके साथ ही शहर में जहां एक समय सोडियम बल्ब लगाया गया था इसके बदले में एलईडी लगाये जाने पर पिछले एक वर्ष के अंदर बिजली बिल में १५.५० करोड़ रुपये की रकम बचायी जा सकी है । इस बारे में म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद शहर में पिछले एक वर्ष से अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा शहर के १४८ जितने वोटर डिस्ट्रीब्युशन सेन्टरों, चार जितने फ्रेंचवेल, के साथ चार वोटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट को सुपरवाइजर कंट्रोल एंड डेटा एक्िविजिशन (स्काडा)के तहत कनेक्ट किया गया है जिसे लेकर अहमदाबाद शहर के किस क्षेत्र में कितने प्रेशर से पानी मिलता है, कहां कितना पानी लिकेजीस में बरबाद हो रहा है आदि जैसी सभी मामलों पर म्युनिसिपल के इंजीनियर विभाग द्वारा लगातार किया गया मोनिटरींग की वजह से म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन को पानी के लिए जो भारी रकम चुकाना होता है इसमें ६ करोड़ जितनी उल्लेखनीय बचत की जा सकी है इसके साथ ही २३ एमएलडी जितने पानी के जत्थे को बरबाद होने से रोका जा सकता है । अहमदाबाद शहर में स्ट्रीटपोल पर सोडियम लाइट के बजाय एलईडी लगाने का काम पिछले कई समय से म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के लाइट विभाग द्वारा की जा रही है ।
अहमदाबाद शहर में सोडियम के बजाय एलईडी लगाने की शुरूआत करने के बाद म्युनिसिपल प्रशासन को १५.५० करोड़ रुपये की बचत हुई है । इसके अलावा म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा राज्य के कच्छ जिले के नखत्राणा में विन्ड एनर्जी के तहत ४.२ मेगावॉट का प्रॉजेक्ट कार्यरत किया गया है ।
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