करोड़ों की भीड़ में
“इतिहास”
मुठ्ठीभर लोग ही
बनाते हैं,
वही रचते हैं
“इतिहास”
जो आलोचना से
नहीं घबराते हैं…
कितना आश्चर्यजनक है ना
मनुष्य के शरीर में 70% पानी है,
लेकिन जब कभी चोट लगे
तो खून निकलता है
और
मनुष्य का हृदय खून से बना होने पर भी,
जब हृदय को चोट लगती है
तो आंख से पानी निकलता है!!!
जो दिल को छु गया…
हे ईश्वर – आईना साफ किया तो “मैं” नजर आया, और “मैं” को साफ किया तो ‘तू’ नजर आया।।