गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अब तक करीब १८ मंदिरों में दर्शन कर चुके कांग्रेस उपाध्याक्ष राहुल गांधी बुधवार को सोमनाथ पहुंचे । राहुल के यहां पहुंचने के बाद उनका नाम मंदिर के एंट्री रजिस्टर में लिखे जाने को लेकर विवाद सामने आ रहा है । सोमनाथ मंदिर में गैर-हिंदु दर्शनाथियों को दर्शन से पहले इस रजिस्टर में अपना नाम दर्ज करना पड़ता है । मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल गांधी के मीडिया कोओर्डिनेटर मनोज त्यागी ने सोमनाथ मंदिर के एंट्री रजिस्टर में राहुल गांधी और अहमद पटेल का नाम दर्ज किया । इस बात पर सवाल उठ रहे है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को गैर-हिंदु के तौर पर एंट्री क्यों करनी पड़ी । मंदिर में गैर हिंदुओ के प्रवेश पर रोक नहीं है, लेकिन उनके लिए नियम अलग होते है । वहीं इस मुद्दे पर कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी का नाम बाद में मंदिर के एंट्री रजिस्टर में जोड़ा गया है । सोमनाथ मंदिर के ट्रस्टी पीके लाहिड़ी ने कहा कि, मंदिर में गैर-हिंदु वाले रजिस्टर में वही शख्स एंट्री करता है, जो वहां आता है, ऐसे में हम कहां से इस मामले में बोल सकते हैं । यह उन्हीं से पुछा जाना चाहिए कि उन्होंने रजिस्टर में एंट्री क्यों दर्ज की । राहुल गांधी के धर्म के बारे में बराबर सवाल उठते है क्योंकि उनके दादा फिरोज गांधी जन्म से पारसी थे । लेकिन फिरोज और इंदिरा गांधी की शादी की तस्वीरें बताती है कि उनकी शादी हिंदु विधि से हुई थी । इसी तरह राहुल गांधी के पिता राजीव और सोनिया गांधी की शादी भी आर्य समाजी तरीके से हुई थी । इस आधार पर राहुल के हिंदु होने पर कोई शक नहीं होना चाहिए । लेकिन सोमनाथ मदिर में गैर-हिंदुओ के लिए रखे गए रजिस्टर में राहुल का नाम डालकर कांग्रेस ने अपने लिए एक अनावश्यक मुद्दो को न्यौता दिया है ।