अयोध्या मामले में मध्यस्थता की कोशिश के बीच आर्ट ओफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर शुक्रवार को लखनऊ पहुंचकर ऐशबाग ईदगाह में मौलाना फिरंगी महली से मुलाकात की । मुलाकात के बाद भी श्री श्री ने सौहार्द और प्रेम बनाए रखते हुए बातचीत के जरिये समस्या का हल निकालने पर जोर दिया । श्री श्री ने कहा कि दिल से लिए गए फैसले सदियों तक रहेंगे, इसलिए बातचीत के जरिये किसी भी मुद्दे का हल निकाला जा सकता है । इस बीच खबर है कि श्री श्री अयोध्या दौरे के बाद आरएसएस चीफ मोहन भागवत से भी नागपुर में मुलाकात करेंगे । अयोध्या दौरे के दुसरे दिन रविशंकर ने कहा कि अदालत के फैसले को हर कोई मानेगा लेकिन अदालत दिलों को नहीं जोड़ सकती । ५० से १०० साल बाद अदालत के फैसले रहेंगे लेकिन दिल के फैसले सदियों तक रहेंगे । वहीं मौलाना फिरंगी महल ने कहा कि हम लोगों के बीच यह बात हुई की अगर दोनों और के पक्षकार हर स्तर पर थोड़-थोड़े दिनों में मिलकर बैठेंगे तो दुरियां कम होंगी और समाधान भी निकलेगा । उन्होंने कहा कि यह एक असंभव और असाध्य सा लक्ष्य लगता है लेकिन देश के युवाओं और दोनों समुदायो में बहुत उदारता और भाईचारे का बहुत धनिष्ठ संबंध है इसलिए संभव है कि बातचीत से इस मामले का समाधान निकल सके । शुक्रवार सुबह श्री श्री लखनऊ पहुंचकर ऐशबाग ईदगाह गए । यह उनकी अयोध्या मामले में इस दौरे की आखिरी मुलाकात भी है जिसके बाद वह लखनऊ से ही नागपुर रवाना हो जाएंगे । नागपुर में श्री श्री आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करेंगे । यहां उनके खास इंतजाम की भी खबरे हैं । कहा जा रहा है कि श्री श्री के लिए पथ संचलन किया जाएगा ।
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