संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर विरोध का स्वर तेज ही होता जा रहा है । पद्मावती का विरोध करने वाले संगठन करणी सेना ने पहले दीपिका की नाक काटने की धमकी दी । फिर विरोधियों ने भंसाली और दीपिका का सिर काटने वाले को ५ करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा कर दी । अब इस बवाल का अशर चितौड़गढ के किले पर पड़ा है । प्रदर्शनकारियों ने चितौड़गढ किले के गेट को बंद कर दिया है । किला घूमने आए हर सैलानी को किले के गेट से ही लौटा दिया जा रहा है । चितौड़गढ में बंद का ऐलान कर दिया गया है । उधर, धमकी के मद्देनजर ऐक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की सुरक्षा बढ़ा दी गई है । एक दिसम्बर को रिलीज होने जा रही है भंसाली की फिल्म पद्मावती पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड का आरोप लगाया जा रहा है । इस फिल्म में दीपिका पादुकोण मिथकीय पात्र रानी पद्मावती का किरदार अदा कर रही है कि उन्हें भड़काने की बुरी कीमत चुकानी पड़ेगी । बीजेपी भी पद्मावती फिल्म के विरोधियों के साथ खड़ी हो गई है । केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड नहीं होनी चाहिए और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सर्वोच्च नहीं है । उधर, चितौड़गढ़ में प्रदर्शन कर रही सर्व समाज प्रोटेस्ट कमिटि का कहना है कि चितौगढ़ किले के पदन पोल नाम के गेट को बंद कर दिया गया है । गेट आज शाम तक बंद रहेगा और किसी को अंदर किले में नहीं जाने दिया जाएगा । फिलहाल टुरिस्ट सीजन पीक पर है और अक्टूबर के बाद से शूरु होने वाले इस सीजन में औसतन ३०००-४००० टूरिस्ट किला देखने आते है । प्रेटिस्ट कमिटी के एक सदस्य केके शर्मा ने बताया कि किले के सामने ४००-४५० लोग धरने पर बैठे है । कमिटी का दावा है कि आजादी के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है कि किले में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है ।
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