चुनाव में धन-बल और शराब के उपयोग को रोकने के लिए राज्य में ४७२ उड़नदस्तो ने निगरानी शुरु कर दी गई है । राज्य में चुनावों के दौरान धन, बल और शराब का उपयोग ना हो सके इसके लिए चुनाव आयोग की और से राज्य के (प्लानिंग एवं मॉर्डनाइजेशन) के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) नरसिम्हा कोमर को राज्य का नोडल पुलिस ओफिसर नियुक्त किया गया है । कोमर को ना सिर्फ सीमा सुरक्षा बल (बीसएफ), भारतीय तटरक्षक ( इंडियन कोस्टगार्ड), कोस्टल पुलिस, बल्कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो, सीआईडी क्राइम के नारकोटिक्स सेल बल्कि गुजरात की अन्य राज्यों से सटी सीमाओं के पुलिस अधीक्षकों से भी निरंतर संपर्क में रहकर राज्य में नशीले पदार्थ, फर्जी नोट, काले धन की हेराफेरी को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी है । इसके अलावा चुनावों के दौरान वीवीआईपी लोगों की आवाजाही ज्यादा रहने के चलते अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा व अन्य एयरपोर्ट की सुरक्षा को भी बढ़ाने के लिए सीआईएसएफ के साथ रहकर सुनिश्वित करने की जिम्मेदारी सोंपी है । ४७२ उड़न दस्ते राज्य के सभी १८२ विधानसभा इलाकों में कार्यरत रहेंगे । इस दौरान राज्य में कहीं भी हथियारों की तस्करी एवं मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब, डराने के लिए हथियारों के उपयोग की शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगी । इसके अलावा खुद भी ऐसी गतिविधियों पर नजर रखेंगी । नरसिम्हा कोमर के अनुसार राज्य में चुनावों के दौरान किसी भी प्रकार की शराब हथियार, नकदी, अवैध नोट की हेराफेरी को रोकने के लिए अन्य राज्यों से गुजरात में प्रवेश करने से रोकने के लिए ९० बोर्डर चेकपोस्ट बनाए है । यह चेकपोस्ट राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र केन्द्रशासित प्रदेश दीव, दमन, दादरा एवं नगर हवेली से जुड़ी गुजरात की सीमाओं पर बनाए है । पंचमहाल, वडोदरा, सूरत और गांधीनगर रेंज के आईजी व डीआईजी को भी सीमाओं पर कड़ी निगरानी के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने पर ध्यान देने को कहा है ।