बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में गुजरात बीजेपी संसदीय बोर्ड की छह दिवसीय बैठक गुरुवार शाम को समाप्त हो गई । शाह ने इस दौरान ज्यादातर वक्त संभावित उम्मीदवारों में मिलने में बिताया । इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि व्यापक असंतोष को कम करने के लिए बीजेपी अपने वर्तमान विद्यायकों और मंत्रियों में से लगभग ५० प्रतिशत का साथ छोड सकती है और नए चेहरे सामने आ सकते है । बीजेपी के प्रमुख फैसलो में शामिल रहने वाले एक वरिष्ठ नेता ने कहा, प्रत्येक सीट के बारे में चर्चा करने और विभिन्न लोगो से प्रतिक्रिया लेने के बाद, संभव है कि पार्टी विभिन्न कारणों से कम से कम ५० टका मौजुदा विधायकों को बदल सकती है । उन सभी मौजुदा विधायकों, जिन्होंने खराब प्रदर्शन दिखाया है, उन्हें हटा दिया जाएगा । कई सीटों पर भी बेहतर उम्मीदवारों के विकल्प है । माना जा रहा है कि पाटीदार आंदोलन और अल्पेश ठाकोर की गुटबंदी के चलते कांग्रेस के नेताओं को भी कई उम्मीदवारो को बदलना पड सकता है । बीजेपी को १८२ टिकट देने के लिए स्थानीय नेताओं से लगभग ४००० आवेदन मिले है । पार्टी नवंबर के पहले सप्ताह में उम्मीदवारों को अंतिम रुप देने के लिए फिर उनसे मिलेगी । उम्मीदवारों की पहली सुची १० नवंबर को घोषित की जाएगी ।