हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी सैयद सलाउद्दीन के बेटे शाहिद यूसुफ के घऱ पर गुरुवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छापेमारी की है । एनआईए ने यह छापा उसके बडगाम जिले में स्थित सोइबाघ गांव स्थित घर पर मारा है । शाहिद को दो दिन पहले २०११ हवाला फंडिंग केस में अरेस्ट किया गया है । शाहिद यूसुफ जम्मू कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजिनियर है । युसूफ को एजाज द्वारा वेस्टर्न यूनियन के जरिए भेजी गई रकम स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था । एनआईए के पास इस बात के सबूत है कि सऊदी अरब और भारत से पैसे भेजे गए हैं । सूत्रों का कहना है कि भेजे गए पैसे का इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में किया गया था । एऩआईए के पास युसूफ और एजाज के बीच बातचीत के सबूत भी हैं । एऩआईए के एक सीनियर अधिकारी ने बताया, हमारे पास रकम ट्रांसफर किए जाने के सभी दस्तावेज और कॉल रिकार्ड हैं । इन पुख्ता सबूतों के आधार पर ही हमने युसूफ को गिरप्तार करने का फैसला लिया था । माना जा रहा है कि छापेमारी से कुछ और महत्वपूर्ण सुराग और दस्तावेज एनआईए के हाथ लग सकते हैं । बता दें कि पिछले कुछ महीनों से सुरक्षा एजेंसिंयों ने आतंकियो के रिश्तेदारों और हवाला के जरिए उन्हें पैसे पहुंचाने वाले के खिलाफ अपनी सख्ती बढा दी है । सलाउद्दीन ने दो शादी की है और शाहित युसूफ उसकी पहली पत्नी का बेटा है । हिजबुल चीफ अपनी दूसरी पत्नी के साथ पाकिस्तान में रहता है । इसी साल यूनाइटेड नेशंस ने सलाउद्दीन को वैश्विक आतंकी घोषित किया है ।
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