भाजपा शासित अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अभी तक के इतिहास में पहलीबार रोड के कार्यों में भारी भ्रष्टाचार की वजह से जगह-जगह रास्ते टूटने पर लोगों में भारी नाराजगी फैल गई है । टूटे हुए रास्ते के मामले में हाईकोर्ट ने भी प्रशासन को फटकार लगाया है । हालांकि आगामी दिसम्बर में आयोजित विधानसभा चुनाव में भाजपा का गढ माने जाते अहमदाबाद में लोगों की नाराजगी की वजह से गड्ढे हो ऐसी संभावना से शासकों में भी दहशत फैल गई है । सत्ताधीश सक्रिय हो गये है और सिर्फ पिछले २२ दिन में १.२५ लाख मीटर से यानी कि १२५ किलोमीटर से ज्यादा लंबाई के रास्ते को रिसरफेस और माइक्रोसरफेस करके रिपेरिंग किया गया है ।गत १३ अक्टूबर के पिछले रिपोर्ट के अनुसार १,२३,२१९ मीटर रास्ते को रिसरफेस और ५१,१०९ मीटर रास्ते को माइक्रोसरफेस मिलाकर कुल १,७४,३२८ मीटर रास्ते रिसरफेस और माइक्रोसरफेस किया गया है यानी कि प्रशासन ने लोगों को आश्चर्य में डाल देने का पूरा प्रयास किया गया है । इस मोनसून की सिजन में म्युनिसिपल चोपडे तो आधिकारिक रूप से १३० किमी के रास्ते टूटे गये थे । इसके विरूद्ध नागरिकों से डरे हुए सत्ताधीशों ने १७४ किमी. रास्ते को नया रूप दिया गया है । हेवी पेचवर्क के मामले में भी प्रशासन ने अच्छा काम किया गया है, इसमें भी कुल ३० हजार मैट्रिक टन का हेवी पेचवर्क काम करने के बजाय गत १३ अक्टूबर तक में करीब ४४ हजार मैट्रिक टन का हेवी पेचवर्क का काम किया गया है । तीन वर्ष के गैरन्टी पीरियडवाला रास्ते भी १८ किमी के थे, लेकिन सत्ताधीशों ने १० किमी ज्यादा रास्ते को गैरन्टी पीरियड में गिनकर कुल २८ किमी. लंबाई के रास्ते की रिपेरिंग की गई है ।