शहर के बलोलनगर चार रास्ते के पास स्थित मुख्यमंत्री आवास योजना के मकानों में गत दिन शाम को दो वर्ष की बच्ची तीसरी मंजिल में स्थित सीढ़ी की रेलिंग से खेलते-खेलते नीचे गिरने पर उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी । मृतक लड़की के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि आवास योजना के मकानों में सीढ़ी की रेलिंग के बीच के छड़ की चौड़ाई ज्यादा होने से बच्चे रेलिंग से नीचे गिर सकते है । मिली जानकारी के अनुसार बलोलनगर चार रास्ते के पास स्थित मुख्यमंत्री आवास योजना में १-३०५ नंबर के मकान में लाखनसिंग प्रजापति उनकी पत्नी और चार वर्ष की लड़की खुशी तथा दो वर्ष की लड़की काव्या के साथ रहते है । गत दिन शाम को ५.३० बजे के करीब उनके घर के बाहर सीढ़ी के पास दोनों बहन खेलती थी । खेलते-खेलते सीढ़ी के पास दोनों बहन पहुंच गई थी । इस दौरान काव्या सीढ़ी के बीच स्थित रेलिंग में फंस गई थी और तीसरे मंजिल से नीचे गिर गई थी । भयंकर आवाज आने पर ब्लोक के निवासी पहुंच गये थे और लड़की को तुरंत उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करायी गई थी । लड़की की कम उपचार के बाद मौत हो गई थी । स्थानीय और मृतक लड़की के परिवारवालों का आरोप है कि रेलिंग के बीच की जगह ज्यादा है, जिसके कारण बच्चे खेलते खेलते नीचे गिर सकते है । इस मामले में सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया है, जिसकी वजह से ऐसी घटना हुई है । वाडज पुलिस ने बताया है कि यह मामले को हल्के में लिया गया है । अभी तक कोई दुर्घटना से मौत दर्ज नहीं किया गया है ।