अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेल्थ विभाग द्वारा शहर में महामारी की वास्तविकता छिपायी जा रही है इसका और एक उदाहरण सामने आया है । म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेल्थ विभाग की तरफ से जारी की जाती अखबारी सूची में शहर में जून और जुलाई महीने में डेन्ग्यु के कुल २२ केस दर्ज किए गए होने का बताया गया है । वास्तव में शहर की म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित अस्पतालों और सरकारी अस्पतालों में ११३ केस डेन्ग्यु के दर्ज किए गए है । इस बारे में यह जानकारी है कि, अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेल्थ विभाग की तरफ से हर सोमवार को शहर के महामारी की जानकारी बताती अखबारी सूची जारी की जाती है । यह सूची में कितने हद तक गलत बताया जाता है इसके पहले वर्ष-२०१६ में बर्डफ्लु के केस हो या जीका वाइरस के केस की जानकारी हो यह छिपायी जाती थी इसके ऊपर से साबित हो गया है । अब फिर एकबार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के हेल्थ विभाग द्वारा अहमदाबाद शहर में दर्ज किए गए डेन्ग्यु के केस मामले में गलत बताये जाने पर सूची में सोमवार को कहा गया है कि, जून महीने में डेन्ग्यु के १६ और जुलाई महीने में ६ केस मिलाकर कुल २२ केस दर्ज किए गए है । सच्चाई यह है कि, इस समय के दौरान म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन संचालित और सरकार संचालित अहमदाबाद शहर में स्थित अस्पतालों में ही ११३ केस डेन्ग्यु के केस दर्ज किए गए है । यह आंकडे़ में यदि निजी डॉक्टरों या सरकारी अस्पतालों में उपचार लेते मरीजों के आंकड़े को जोड़ा जाए तो यह आंकड़ा अभी भी ज्यादा हो सकता है इस परिस्थिति में शहर के महामारी की सही जानकारी बताने पर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों के विरूद्ध लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है । दूसरी तरफ सत्ताधीश पार्टी का म्युनिसिपल हेल्थ विभाग पर किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं रहा है इतना ही नहीं म्युनिसिपल कमिशनर को भी प्रशासन के अधिकारी नजरअंदाज कर देते है यह छिपायी गई जानकारी पर से साबित हो गया है ।