Aapnu Gujarat
રાષ્ટ્રીય

राजोरी में संघर्ष विराम का उल्लंघन

पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारत से कई बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के तहत जम्मू-कश्मीर के राजोरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी गोलीबारी में सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए। बुधवार सुबह केरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इस दौरान हुई गोलीबारी में जेसीओ शहीद हो गए। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। भारत से कई बार मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन कर भारतीय सीमा में गोलीबारी की। बुधवार सुबह पाकिस्तान ने राजौरी के केरी सेक्टर में भारी गोलीबारी की। इसमें सेना के एक जेसीओ शहीद हो गए। भारत भी पाकिस्तान की इस हरकत का वाजिब जवाब दे रहा है। कायर और डरपोक पाकिस्तान कई बार मुंह की खाने के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। वह आतंकियों की घुसपैठ कराने और अपने नापाक मंसूबों को अंजाम तक पहुंचाने की कोशिश करता है, मगर भारती जवान उसके हर प्लान पर पानी फेर देते हैं। ऐसे में बौखलाया पाकिस्तान सरहद पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन करता रहता है। पाकिस्तान की बौखलाहट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने पिछले 7 महीनों में हर दिन लगभग 13 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। पाकिस्तानी सैनिकों ने इस साल के पहले सात महीनों के दौरान जम्मू-कश्मीर में एक दिन में लगभग 13 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया, जिसके चलते आठ सुरक्षाकर्मियों समेत 23 लोगों की मौत हुई और 100 से अधिक घायल हुए। एक आरटीआई (सूचना का अधिकार) के जरिए मिली जानकारी से यह खुलासा हुआ है। आरटीआई कार्यकर्ता रमन शर्मा द्वारा दायर आवेदन से यह भी सामने आया कि पिछले दो साल और सात महीनों के दौरान पाकिस्तान की ओर से 8,571 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया, जिसके चलते 56 सुरक्षाकर्मियों समेत 119 लोगों की जान चली गई और 608 घायल हुए।

Related posts

યુપીમાં એક્શનના ડરથી હજારો શખ્સોએ જામીનને રદ કરાવ્યાં

aapnugujarat

सुप्रीम कोर्ट के फैसले से केंद्र सरकार को झटका : तीनों कृषि कानूनों पर लगाई रोक

editor

सामान्य वर्ग को आरक्षण पर केंद्र के नक्शेकदम पर ममता सरकार

aapnugujarat

Leave a Comment

UA-96247877-1