अहमदाबाद शहर का विश्व के हेरिटेज शहरों की सूची में शामिल अब लगभग असंभव जैसा हो गया है । इसके पीछे मुख्य कारण हेरिटेज कमिटी द्वारा शहर की हरएक पोल और इसमें स्थित मकानों का डिटेइल नक्शा मांगा गया है इसके बावजूद भी पोलेन्ड के कारको में आगामी महीने में यूनेस्को की आयोजित बैठक में भारत सरकार और एएसआई के प्रतिनिधियों द्वारा अहमदाबाद शहर के दावे को लेकर पक्ष पेश किया जाएगा । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार, आगामी महीने में २ जुलाई से १२ जुलाई तक पोलेन्ड कारको में यूनेस्को की विश्व हेरिटेज कमिटी की एक बैठक आयोजित की गई है । इस बैठक में अहमदाबाद शहर को विश्व के हेरिटेज सीटी के तौर पर स्थान देना कि नहीं इस बारे में निर्णय किया जाएगा । लेकिन आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह संभावना अब लगभग असंभव हो गया है । गत १९ मई को यूनेस्को की हेरिटेज कमिटी द्वारा भारत सरकार को एक लिखित पत्र के रूप में अहमदाबाद शहर की तरफ से भेजा गया डोजीयर को वापस भेजने के साथ इसमें रही त्रुटि सुधारकर इसका परीक्षण कराने के बाद नयेसिरे से दावा पेश किया गया था । अहमदाबाद म्युनिसिपल हेरिटेज विभाग के डिरेक्टर पी के वासुदेवन नायर की मिली प्रतिक्रिया के अनुसार, हेरिटेज कमिटी द्वारा अहमदाबाद शहर के कोट क्षेत्र में स्थित हरएक पोल और इसके मकानों के डिटेइल नक्शा मांगा गया है जो हाल के समय में देना संभव नहीं है । इसके साथ ही कमिटी द्वारा काफी कठिन प्रश्न कोट क्षेत्र में पैदा हो गई बहुमंजिला बिल्डिंगों को लेकर किया गया है । जिसके जवाब में प्रशासन की तरफ से ऐसी पेशकश की गई है कि, डोजीयर तैयार करके भेजा गया है उसके पहले यह बहुमंजिला बिल्डिंगें बन गई है अब इसमें प्रशासन कुछ कर सके ऐसा नहीं है । यूनेस्को की हेरिटेज कमिटी द्वारा मोन्युमेन्टस की सुरक्षा के सामने प्रशन उठाये गये है इस मामले में हाल की परिस्थिति में प्रशासन कोई व्यवस्थित जवाब पेश करने की स्थिति में नहीं है ।