सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) अगले छह माह में 4जी सेवा को लॉन्च कर देगी। इसके लिए कंपनी 12 हजार करोड़ रुपये का खर्च करेगी। कंपनी के चेयरमैन पी के पुरवार ने कहा कि 40 हजार कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। इकोनॉमिक टाइम्स को दिए इंटरव्यू में पुरवार ने कहा कि कंपनी अपने उपकरणों को अपग्रेड करने में लगी है, जिसमें छह माह का समय लगेगा। इसके अलावा उन शहरों को भी चुना जा रहा है, जहां पर कंपनी सबसे पहले इन सेवाओं को लॉन्च करेगी। इसके लिए जल्द ही टेंडर लाया जाएगा,क्योंकि इन सेवाओं को पूरे देश में शुरू करने में काफी वक्त लगेगा।
पुरवार ने कहा कि अभी तक कुल 40 हजार कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। हमारा लक्ष्य 70 से 80 हजार के बीच का है। इसके अलावा तीन हजार ग्रुप ए के अधिकारी भी वीआरएस के लिए आवेदन करेंगे। सरकार ने पिछले महीने ही बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 69 हजार करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज का एलान किया था, जिसमें घाटे में चल रही दोनों कंपनियों का विलय, उनकी संपत्तियों को बेचना और कर्मचारियों को वीआरएस की पेशकश की शामिल था। इसमें कंपनी की 70-80 हजार कर्मचारियों को वीआरएस की पेशकश करना शामिल है। बीएसएनएल इस योजना से लगभग 7,000 करोड़ रुपये की बचत की उम्मीद कर रही है। बीएसएनएल की वीआरएस योजना के मुतबिक, ऐसे सभी नियमित और स्थायी कर्मचारी वीआरएस के पात्र हैं, जिनकी उम्र 50 साल से ज्यादा हो चुकी है।
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