शहर की प्रतिष्ठित साल अस्पताल में गत मई महीने में भीषण आग लगने पर १०० से ज्यादा मरीज और उनके सगे संबंधी फंसे हुए थे । समग्र शहर में साल अस्पताल की आग टोक ऑफ धी टाउन बनने के बावजूद भी प्रशासन ने डेढ़-डेढ़ महीने तक निष्क्रीय रहने पर प्रशासन का काम विवाद में आयी थी हालांकि अब फायर ब्रिगेड विभाग द्वारा सक्रिय होकर यह अस्पताल की फायर एनओसी रद्द करके नई फायर सिस्टम खड़ी करने की सूचना दी गई है । इसके साथ अस्पताल के पार्किंग की जगह पर केन्टीन बनायी गई होने से इसे हटाने के लिए भी सत्ताधीश नोटिस भेजेगा । साल अस्पताल में गत १८ मई, २०१६ को शाम के ७ बजे के करीब लगी हुई आग को नियंत्रण में लेने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को काफी मेहनत करनी पड़ेगी । साल अस्पताल की फायर सिस्टम बंद हालत में होने से तथा योग्य वेन्टिलेशन के अभाव में आग की यह दुर्घटना में १०० से ज्यादा लोग फंसे हुए थे । हालांकि फायरब्रिगेड की टीम ने यह लोगों को बचा लिया था । साल अस्पताल के बेजमेन्ट में पार्किंग की जगह पर केन्टीन खड़ी कर देने से म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के सत्ताधीशों ने कार्यवाही की है । म्युनिसिपल फायरब्रिगेड के प्रमुख एम.एफ. दस्तूर कहते है, बेजमेन्ट की केन्टीन बंद करने की नोटिस अस्पताल को भेजे गये होने से इसकी कॉपी नये पश्चिम जोन के एस्टेट विभाग को भेजा गया है जबकि नये पश्चिम जोन के एस्टेट विभाग के प्रमुख चैतन्य शाह कहते है, अभी तक यह नोटिस की कॉपी हमें नहीं मिली है, लेकिन यह मिलने के बाद योग्य कार्यवाही निश्चित की जायेगी ।