शिवसेना ने गोरक्षा के नाम पर लोगों की जान लिए जाने को हिंदुत्व के खिलाफ बताया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आज अपील की कि वह गोमांस पर एक राष्ट्रीय नीति पेश करें । भारत शासित झारखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में गोरक्षा के नाम पर लोगों को पीट पीट कर मार डालने की कई घटनाएं सामने आई हैं जिनके कारण विरोध प्रदर्शन हुए हैं । शिवसेना के मुखपत्र सामने में छपे एक सम्पादकीय मंे कहा गया है कि गोमांस का मामला खाने की आदतोंस, कारोबार एवं रोजगार से जुड़ा हैं, इसलिए इस मामले पर एक राष्ट्रीय नीति होनी चाहिए । पार्टी ने कहा कि गोरक्षा करने वाले लोग कल तक हिंदू थे वे आज हत्यारे बन गए हैं । मोदी ने गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करने वाले स्वयंभू गोरक्षकों को पिछले सप्ताह एक कड़ा संदेश दिया था कि गाय की रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करना स्वीकार्य नहीं हैं । उन्होंने चेतावनी दी थी कि किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं हैं । शिवसेना ने कहा कि हम इस मामले पर प्रधानमंत्री के अपनाए रुख का स्वागत करते हैं । किसी को भी गोरक्षा के नाम पर कानून अपने हाथ मंे लेने की अनुमति नहीं । लोगों की हत्या करना हिंदुत्व के सिद्धांत के विपरीत हैं । हम हिंदुत्व को स्पष्ट रुप से परिभाषित करने के लिए उनका धन्यवाद करते हैं । उन्हें अब गोमांस पर एक राष्ट्रीय नीति पेश करनी चाहिए ताकि तनाव कम हो सके । गोहत्या या गोमांस खाने के संदिग्धों की लोगों की भीड़ द्वारा पीट पीट कर हत्या करने के मामलों के कारण आलोचनाएं झेल रहे भाजपा प्रमुख अमित शाह ने हाल में इस प्रकार की घटनाओं को गंभीर करार दिया था लेकिन उन्होंने दावा किया था कि भीड़ द्वारा हत्या की घटनाएं राजग सरकार के तीन सा के कार्यकाल की तुलना में पहले की सरकारों में अधिक हुई थी ।
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