प्रधानमंत्री इमरान खान ने फिर से पाकिस्तान में अशांति पैदा करने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। प्रधानमंत्री इमरान खानने कहा, उनकी सरकार इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि भारत पाकिस्तान में अशांति पैदा करने के लिए आतंकवादी इस्लामिक स्टेट समूह (आईएसआईएस) का समर्थन कर रहा है। पीएम खानने कहा, आईएस के चरमपंथी समूह ने पिछले रविवार को बलूचिस्तान के माछ इलाके में शिया हजारा कोयला खनिकों की हत्या भारत के इशारे पर की थी।
इन हत्याओं के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर इमरान खान ने कहा, बलूचिस्तान में आतंकवादी संप्रदायवाद की उत्पत्ति 1980 के दशक के अफगान जिहाद में हुई थी। विदेशी शक्तियों के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद इस क्षेत्र में बचे आतंकवादी समूह पकिस्तान को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने हालिया शिया समुदाय के हजारा लोगों को चुन चुनकर मारने की घटना का जिक्र करते हुए कहा, इन सभी घटनाओं से देश का बहुत नुकसान हो रहा है। बलूचिस्तान में हजारा लोगों पर हुए हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है। पीएम खान ने कहा, हमारी सुरक्षा एजेंसियों की राय है कि कि भारत आईएसआईएस का समर्थन कर रहा है और पाकिस्तान में अशांति फैलाना भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का घोषित उद्देश्य था। प्रधानमंत्री खानने कहा, उनकी सरकार को पिछले साल मार्च में एक खुफिया जानकारी दी गई थी कि भारत शिया और सुन्नियों की हत्याएं शुरू करके पाकिस्तान में संप्रदायवाद को बढ़ावा देना चाहता है। इमरान खान ने अपनी आईएसआई और विश्व-स्तरीय एजेंसियों की पीठ ठोकते हुए कहा, भारत की यह चाल बहुत समय से चल रही थी और हमारी संस्थाओं ने इसे समय रहते ऐसे तत्वों को पहचान कर काम शुरू कर दिया था और व्यवस्था को संभाल किया था।
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