अहमदाबाद का वर्ल्ड हेरिटेजसिटी का नामांकन फरवरी-२०१६ में यूनेस्को द्वारा स्वीकार किया गया था । जिसके संदर्भ में २८ सितम्बर, २०१६ को यूनेस्को के चार सदस्य का प्रतिनिधिमंडल अहमदाबाद की मुलाकात पर आया था लेकिन गत १२ जून, २०१६ को यूनेस्को ने अहमदाबाद के दावे को प्राथमिक दौर में इन्कार करने पर भारी विवाद पैदा हो गया था । हालांकि आगामी ८ जुलाई को यूनेस्को द्वारा अहमदाबाद के वर्ल्ड हेरिटेजसिटी के दावा के बारे में आखिरी फैसला लिया जाएगा । गत दिन शाम को हुए म्युनिसिपल बोर्ड में भी शहर के वर्ल्ड हेरिटेजसिटी की चर्चा हुई थी । विपक्ष कांग्रेस शहर को वर्ल्ड हेरिटेजसिटी का दर्जा लेने में विफलता मिलने से सत्ताधीशों और प्रशासन पर कार्यवाही की गई थी, हालांकि वर्ल्ड हेरिटेजसिटी का अहमदाबाद का दावा अभी पूरा खारिज नहीं किया गया है । यूरोप के पोलेन्ड के कोको शहर में आगामी २ से १२ जुलाई को यूनेस्को का वर्ल्ड हेरिटेज से संबंधित सेशन आयोजित करने जा रहा है, जिसमें विश्वभर के शहरों के नामांकन के बारे में सविस्तार चर्चा की जायेशी । यह दस दिवसीय सेशन में भारत के शहर की चर्चा ८ जुलाई को की जायेगी । हालांकि भारतभर से हाल में सिर्फ अहमदाबाद का ह वर्ल्ड हेरिटेजसिटी के तौर पर दावा होने से ८ जुलाई को अहमदाबाद की चर्चा होगी । गत जून- २०१६ में यूनेस्को ने अहमदाबाद के दावे को पूरा इन्कार नहीं किया गया था, लेकिन प्रशासन के पास बीआरटीएस और मेट्रो जैसे आधुनिक प्रोजेक्टों की शहर की हेरिटेज संस्कृति पर होनेवाली असर साबरमती रिवरफ्रन्ट के पश्चिम किनारे का हेरिटेज में शामिल, कोट क्षेत्र के हेरिटेज मकानों की सविस्तार डिजाइन आदि मामले का आग्रह रखा गया है । यूनेस्को के आग्रह के अनुसार कुछ दस्तावेज कॉर्पोरेशन द्वारा भेजा गया है । अब आगामी २ जुलाई को अहमदाबाद के दावे पर आखिरी फैसला लिया जाएगा ।