आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान का नापाक चेहरा एक बार फिर से दुनिया के सामने बेनकाब हो गया हैं ।पाकिस्तानी बैकों ने २६-११ मुंबई आतंकी हमले और ९-११ में अमेरिका में आतंकी के लिए फंडिंग की थी । ग्लोबल लीक्स नामक ग्रुप ने खुलासा किया कि कुछ खाड़ी देशों ने साल २००८ में मुंबई और २००१ में अमेरिका में आतंकी हमले के लिए फंडिंग करने को पाकिस्तानी बैकों और संयुक्त अरब अमीरात के शाही परिवार के मालिकाना वाले बैकों का इस्तेमाल किया । ग्लोबल लीक्स के मुताबिक पाकिस्तान स्थित बैंक अल फलह एवं यूनाइटेड बैंक लिमिटेड और यूएई स्थित दुबई इस्लामिक बैंक ने हमले करने के लिए लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा के आतंकियों को फंडिग की । २६-११ मुंबई हमले को लश्कर और जमात उद दावा के आतंकियों ने अंजाम दिया था । इसमें १६६ लोगों की जान चली गई थी, जबकि ३०० से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे । अब आतंकी हमले के पीडित अमेरिकी नागरिकों ने इन देशों के खिलाफ केस दाखिल करना शुरु कर दिया हैं । इनका कहना है कि ये देश न सिर्फ ९-११ के आतंकी हमले में शामिल रहे, बल्कि २६-११ मुंबई हमले में भी शामिल रहे । हाल ही में यूएई ने अमेरिका को धमकी दी थी कि अगर उसके खिलाफ केस चलाने की इजाजत दी तो आपसी रिश्ते खराब हो जाएगे । इसका खुलासा युएई के राजदूत के लीक ईमेल से हुआ था ।