केंद्र सरकार के किसान व एपीएमसी विधेयकों के विरोध में गुजरात में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने गांधीनगर में प्रदर्शन किया। सड़कों पर एक बार फिर भाजपा हाय-हाय, किसान विरोधी सरकार नहीं चलेगी के नारे लगे। प्रदर्शन के दौरान अमित चावडा, परेश धनाणी, अर्जुन मोढवाडिया सहित कई कांग्रेस नेताओं व बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। कांग्रेस नेता शाम को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को ज्ञापन सौंपने जाने वाले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने गवर्नर हाउस जाने से पहले कहा कि भाजपा सरकार देश व गुजरात में एक बार फिर कंपनी सरकार लाना चाहती है। जिस तरह आजादी से पहले देश में अंग्रेज सल्तनत देश की आम जनता व किसानों पर अत्याचार करती थी वैसे ही भाजपा सरकार देश की समूची कृषि व्यवस्था कंपनियों के हाथ में सौंप देना चाहती है। इससे कपंनी मनमानी करेंगी कालाबाजारी करेगी। खेती बाड़ी बाजार उत्पन्न समितियां व मंडियों में किसान व व्यापारी मिलकर एक व्यवस्था को खड़ा करते हैं जिसमें सब आजाद रहकर अपनी फसल के विक्रय का फैसला करते हैं लेकिन भाजपा सरकार किसानों को कॉन्ट्राक्ट लेबर बना देगी।
नेता विपक्ष परेश धनाणी का कहना है कि कांग्रेस ने देश को आजाद कराने के बाद श्रमिकों को जमीन का मालिक बनाकर किसान बनाया लेकिन भाजपा सरकार अब किसानों को मजदूर बनाकर छोड़ देगी। भाजपा की कथनी व करनी में हमेशा फर्क होता है। केंद्र के नये बिल से किसान खत्म हो जाएंगे, न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा और वह कंपनियों के मोहताज हो जाएंगे। धनाणी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के किसानों को एक मजबूत एग्रीकल्चर सिस्टम दिया जिससे किसान समृद्ध हुए। किसानों को कॉन्ट्राक्ट फार्मिंग के जरिए बंधुआ मजदूर बना देना चाहती है।
गुजरात कांग्रेस के पूर्वअध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि फसल बीमा के नाम पर किसानों के सैकड़ों करोड़ रुपये कॉरपोरेट हाउस के हवाले कर दी गई लेकिन किसानों को उनकी फसल बर्बाद होने के बाद कोई बीमा राशि नहीं मिली। मोढवाडिया ने कहा एनडीए की सहयोगी पार्टी शिरोमणी अकाली दल ने केंद्र के इन विधेयकों को किसान विरोधी बताते हुए सरकार का साथ छोड़ दिया है। भाजपा सरकार देश के किसानों को कंपनियों के हवाले कर देना चाहती है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष चावडा, नेता विपक्ष धनाणी, पूर्व अध्यक्ष मोढवाडिया, प्रदेश महासचिव निशीत व्यास, स्थानीय विधायकों व बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।