मुंबई के प्रतिष्ठित ताजमहल होटल को ट्रेडमार्क मिल गया हैं । देश में यह पहली ऐसी बिल्डिंग है जिसे ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन मिला । मुंबई के समुद्र के किनारे बने इस होटल का नाम दुनिया की उन तमाम मशहूर प्रोपर्टी में शुमार किया जाएगा । जिन्हें ट्रेडमार्क हासिल है । इनमें न्यूयॉर्क में एम्पायर स्टेट बिल्डिंग, पेरिस का ऐफिल टॉवर और सिडनी की ऑपरा हाउस भी शामिल हैं । १९९९ में ट्रेडमार्क एक्ट आने के बाद से आम तौर पर लोगों, ब्रैंड के नाम या रंगों का कॉम्बिनेशन, कुछ खास अक्षर या साउंड्स का ट्रेडमार्क किया जाता है, लेकिन किसी आर्किटेक्चरल डिजाइन को ट्रेडमार्क कराने की कोशिश कभी नहीं हुई । ताज पेलेज को चलाने वाली कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी (एचसीएल) के जनरल काउंसल राजेन्द्र मिसरा ने कहा कि हमने बिल्डिंग की खासियत को बचाने के लिए ऐसा किया हैं । यह कंपनी की सबसे प्रमुख संपत्ति हैं जो हर साल २३९१ करोड़ रुपये का योगदान करती हैं । ताजमहल पैलेस का निर्माण १९०३ में गेटवे ओफ इंडिया के भी पहले किया गया था । उस वक्त यह इंडियन नेवी को हार्बर की तरफ रास्ता दिखाने के काम में लाया जाता था । एचसीएल के पूर्व चेयरमेन सायरस मिस्त्री की पारिवारिक फर्म शापोरजी पालोनजी एंड कंपनी ने कराया था । विश्व युद्ध के दौरान इसे होस्पिटल में बदल दिया गया था । २००८ में आतंकी हमले में इस इमारत को काफी नुकसान भी हुआ था । लेकिन बाद मंे मरम्मत करके इसे वापस उसी रुप में कर दिया गया ।