ट्रैफिक के नये नियमों को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने १५ अक्टूबर तक की राहत दी है और सरकार के परिवहन मंत्री द्वारा खुद मंगलवार से १५ दिन पहले अहमदाबाद शहर सहित राज्यभर में लोगों को परेशानी नहीं हो और लंबी लाइन में खड़ा नहीं रहना पड़े इस उद्देश्य से ९०० पीयूसी सेंटर नये खोलने की बड़े पैमाने पर घोषणा की गई थी लेकिन आश्चर्य की बात है कि, अहमदाबाद शहर सहित राज्यभर में यह नये ९०० पीयूसी सेंटर दिखाई नहीं देते हैं हालांकि घोषणा करने के १५ दिन बाद भी अभी तक ९०० पीयूसी सेंटर नहीं खुले हैं । इस तरह, सरकार की पीयूसी सेंटर खोलने की घोषणा सिर्फ कागज पर ही साबित हुई है । दूसरी तरफ आरटीओ ऑफिस में लोग लाइसेंस, बैकलॉग सहित के कामकाजक जल्दी से समय पर नहीं होने से लोग परेशान हो गये हैं । विशेष करके सुभाषब्रिज के आरटीओ की ऑफिस में रोजाना हजारों लोगों को सिरदर्द के समान जटिल प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है । एक तरफ, नवरात्रि और दीपावली त्यौहार का माहौल छाया गया है दूसरी तरफ, पुलिस निर्दोष नागरिकों और वाहन चालकों को परेशान कर रही है । आरटीओ की ऑफिस में लोगों के बैकलॉग, लाइसेंस, आरसीबुक सहित के काम नहीं होंगे या धीरे-धीरे और कम हो इस प्रकार की प्रशासन किया गया हो ऐसा लोगों में नाराजगी रही है । विशेष करके बैकलॉग जैसी सामान्य वस्तु के लिए भी लोगों को घंटों तक लाइन में खड़ा रहकर परेशान होना पड़ता है । आश्चर्य की बात यह है कि, अधिकतर लोग या वाहन चालकों को बैकलॉग क्या है यह बात मालूम नहीं है और फिर भी आरटीओ प्रशासन द्वारा उनको बैकलॉग कराने के लिए १५ से ३० दिन की समय सीमा दी है । बैकलॉग यानी कि, १९९९ से २००९ के वर्ष तक के जो लाइसेंस के रिकॉर्ड या डेटा आरटीओ ऑफिस में उपलब्ध नहीं है, इसकी एंट्री फिर से आरटीओ के कंप्यूटर में करना । लोग अपना नौकरी और धंधा छोड़कर खुद घंटों तक लाइन में खड़े होकर बैकलॉग कराने में होड़ मच जाती है ।
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