फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल ने चैतन्य रूरल इंटरमीडिएट डेवलपमेंट सर्विसेज (सीआरआईडीएस) में बहुलांश हिस्सेदारी की खरीद की है और इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी में 740 करोड़ रुपए का निवेश किया है। ओला जैसी कंपनी सहित भारतीय स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में सक्रिय निवेशक रह चुके बंसल सीआरआईडीएस में मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) की भूमिका भी संभालेंगे। एक बयान में कहा गया है, ‘‘सचिन की तरफ से कुल 749 करोड़ का निवेश किया जाएगा। वह सीआरआईडीएस के सीईओ की भूमिका भी संभालेंगे और व्यावसायिक विकास को और गति प्रदान करने के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करेंगे। कंपनी के सह-संस्थापक समित शेट्टी और आनंद राव दोनों मौजूदा व्यापार खंडों को विकसित करने की संबंधित भूमिकाएं भी निभाते रहेंगे।” बयान में कहा गया है कि विभिन्न व्यावसायिक इकाइयां पहले की तरह संचालित होती रहेंगी और प्रबंधन में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।
सीआरआईडीएस की स्थापना 2012 में एक एनबीएफसी के रूप में की गई थी, ताकि देश की ग्रामीण आबादी की वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जा सके। यह कंपनी कर्नाटक, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ग्रामीण समुदायों में कर्ज बांटती है। बंसल ने एक बयान में कहा, ‘इस अधिग्रहण के साथ हम वित्तीय सेवाओं में प्रवेश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘समित और आनंद ने एक अच्छी कंपनी बनाई है, जो उन लोगों को कर्ज देती है, जिनकी औपचारिक वित्त तक पहुंच नहीं है। मैं उनके साथ मिलकर काम करने और उनके द्वारा किए गए काम को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हूं।’ बता दें कि सचिन बंसल ने वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट को खरीदने के बाद अपनी 5.5 फीसदी हिस्सेदारी एक अरब डॉलर में बेच दी थी। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट के साथ उनका सफर खत्म हो गया। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट ने भारतीय ई-रिटेल दिग्गज फ्लिपकार्ट को खरीद लिया था। इसके बाद फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल ने कंपनी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है।