यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज कमिटी द्वारा अहमदाबाद शहर को विश्वस्तर के शहर की स्तर में स्थान देने का निर्णय पहले ही इसे भेजा गया डोजीयर अधुरा होने के कारण आगे रखकर वापस भेजे जाने पर अब अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा यूनेस्को से लड़ाई लड़ने के तहत तैयारी शुरू की गई है । जिसमें जोर देकर कहा जाएगा कि, आप यूरोप के हेरिटेज के साथ अहमदाबाद के हेरीटेज की तुलना नहीं करे । इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन अहमदाबाद को विश्वस्तर के हेरीटेजसीटी जारी करने के मामले में यूनेस्को के समक्ष पेश किए गए डोजीयर के आधार पर गत वर्ष सितम्बर महीने में डॉक्टर अदेल फरहान्गी अहमदाबाद की मुलाकात पर आये थे । उनकी यह मुलाकात के बाद १९ मई को हेरीटेज कमिटी द्वारा भारत सरकार को अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा पेश किया गया डोजीयर अधुरा और अस्पष्ट होने का कहकर वापस भेजने पर अब अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन द्वारा लड़ाई लड़ने की तैयारी शुरू की गई है । म्युनिसिपल के एक सीनियर अधिकारी के बताये अनुसार, हम जो जवाब भेजने वाले है यह डिप्लोमेटीक मिशन के तहत भेजा जाएगा जिसमें साफ शब्दों में पेशकश किया जाएगा कि कमिटी यूरोप के मोन्युमेन्टस के साथ अहमदाबाद के मोन्युमेन्टस की तुलना नहीं करे । २ जुलाई से पोलेन्ड के कारको में शुरू होती यूनेस्को की बैठक में अहमदाबाद पर विचार-विमर्श किया जाए इस उद्देश्य से जवाब यूनेस्को की पेरिस ऑफिस में भेजा जाएगा पूरी जानकारी के साथ भेजा जाएगा । वर्ल्ड हेरिटेज कमिटी द्वारा डोजीयर वापस भेजते समय अहमदाबाद के दो महत्व के प्रोजेक्ट बीआरटीएस और मेट्रो को लेकर भी कई प्रश्नों के जवाब मांगे गये है । इसके अलावा हेरीटेज के आसपास बनाये गये नये बिल्डिंगों के विरूद्ध हेरीटेज की सुरक्षा और देखरेख को लेकर प्रश्न उठाये गये है ।