देश में मोटर वाहन अधिनियम के तहत विभिन्न नियमों के भंग होने पर ४०० फीसदी से ९०० फीसदी जुर्माने के खिलाफ पूरे देश में और गुजरात में आम जनता -वाहन चालकों में भारी नाराजगी देखने को मिली है । गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अमित चावडा ने बताया कि, राज्य के नागरिकों पर सरकार ने विचार किए बिना जुर्माने की रकम को डाल दिया गया है और दूसरी तरफ व्यवस्थातंत्र का बड़े पैमाने पर अभाव देखने को मिल रहा है । राज्य में नागरिकों को आसानी से लाइसेंस मिले । पीयुसी आसानी से मिले, रोड-रास्ते पर गड्ढे को दूर किया जाए और वाहन चालक आसानी से अपने वाहन को सुरक्षित तरीके से चला सके यह व्यवस्थातंत्र देने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है । दुर्भाग्य से सरकार को नियमों का पालन नहीं कराना और जनता पर भारी जुर्माना लगाकर यह कितने हद तक प्रजातंत्र के लिए कितने हद तक योग्य है । राज्य में ट्रैफिक के नियमों का जुर्माना और इसे लागू करने की पद्धति के खिलाफ नागरिकों को हो रही परेशानी को उठाने के लिए गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति द्वारा ०७९४१०५०७७४ अभियान का अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है । राज्य में क्षतिग्रस्त सड़कें और गड्ढे का साम्राज्य होने के बावजूद भी ट्रैफिक के भारी जुर्माने क्यों, शहरों में पर्याप्त पार्किंग सुविधा का अभाव होने पर भी ट्रैफिक के कड़े नियम क्यों ४०० फीसदी से ९०० फीसदी जुर्माने की वृद्धि तब नागरिकों को मंदी में क्यों परेशानी ऐसे कई मामले सहित सरकार के निर्णयों के विरूद्ध विरोध दर्ज कराने के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रयास को १,२६,३५० नागरिकों ने दोपहर के २ बजे तक में प्रचंड प्रतिक्रिया मिली है । पूरे राज्य के विभिन्न जिलों-शहरों से लगातार नागरिकों द्वारा मिस कॉल अभियान द्वारा सरकार के खिलाफ विरोध व्यक्त किया जा रहा है ।
આગળની પોસ્ટ