रूस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी सूची से आतंकवादी संगठन तालिबान को हटाना जल्दबाजी होगी। उप विदेश मंत्री ओलेग सीरोमोलतोय ने तालिबान को आतंकवादी संगठन सूची से हटाने पर रूस की प्रतिक्रिया के सवाल पर कहा, जब आप तालिबान के साथ बातचीत को लेकर इतनी आगे तक आ गये है तो पहले समझौता तो हो जाने दीजिये।
ओलेग ने कहा कि उनका निर्णय तालिबान के साथ बातचीत में शामिल देशों के साथ समझौते के आधार पर होगा। उन्होंने कहा, तालिबान संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी संगठन की सूची में है और ऐसा नहीं है कि कोई उन्हें सूची में रखेगा और कोई नहीं रखेगा।
तालिबान और अमेरिका के बीच शान्ति समझौते की बातचीत अंतिम दौर में है। समझौते में अफगानिस्तान में तैनात दूसरे देशों के सैनिकों की वापसी और तालिबान के आतंकवादी संगठनो से रिश्ते खत्म करने तथा अफगानिस्तान को आतंकवादियों के लिए सुरक्षित ठिकाने न बनाने की गारंटी शामिल है।