पीएम मोदी की तारीफ करने को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर अपनी पार्टी के अंदर ही बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं । केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा इस मामले पर सफाई मांगने के बाद थरूर ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत दे डाली । थरूर ने कहा, मैं अपने कांग्रेस के साथियों से कहना चाहता हूं कि मेरी राय की कद्र करें, यदि वे इससे सहमत नहीं है तो भी । थरूर ने कहा, मैं नरेन्द्र मोदी सरकार का एक कठोर आलोचक रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि मैंने यह काम पूरी रचनात्मकता से किया है । समावेशी मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के कारण ही मैंने लगातार ३ बार चुनाव जीता है । मैंने अपने कांग्रेस के साथियों से निवेदन करता हूं कि मेरे विचारों की कद्र करें यदि वे उससे सहमत नहीं है तो भी । थरूर ने एक लेख लिखकर इस पूरे मामले पर अपनी बात कही है । थरूर ने कहा कि पहले मेरे साथी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि हमें पीएम मोदी को ‘खलनायक’ की तरह पेश करना गलत है । इसके बाद सीनियर वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी जयराम के बयान से सहमति जताते हुए यही बात कही थी ।
थरूर ने कहा, जब मुझसे इस संबंध में राय मांगी गई तो मैंने ट्वीट कर कहा कि मैं पिछले ६ साल से यह बात कह रहा हूं कि जब पीएम मोदी कोई अच्छी बात कहें या करें तो उसकी तारीफ होनी चाहिए । प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने पीएम मोदी की प्रशंसा करने पर शशि थरूर से स्पष्टीकरण मांगा है । यही नहीं राज्य नेतृत्व ने कांग्रेस आलाकमान से भी थरूर की शिकायत करने का फैसला किया है । केपीसीसी के अध्यक्ष मुल्लाप्पली रामचंद्रन और राज्य में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने थरूर के बयान का खुलकर विरोध किया । प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि थरूर की सफाई के बाद करेंगे आगे की कार्रवाई करेंगे । यूडीएफ के समन्वयक बेनी बेहनन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की ड्यूटी है कि वे मोदी के कार्यों की प्रशंसा न करें । उन्होंने कहा, कांग्रेस संघ परिवार के अजेंडे को स्वीकार नहीं कर सकती है ।