द्विविवाह और धोखाधड़ी के आरोपों का सामना कर रहे निलंबित आईएएस अधिकारी गौरव दहिया सोमवार को गुजरात राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश हुए । दहिया को पिछले सप्ताह गांधीनगर स्थित महिला आयोग ने समन जारी किया था और बयान दर्ज कराने को कहा था । दिल्ली निवासी एक महिला ने आयोग से शिकायत की थी कि दहिया ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दिए बिना उससे शादी कर उसके साथ धोखाधड़ी की है । सोमवार को दहिया की पेशी के बाद आयोग की अध्यक्ष लीलाबेन अंकोलिया ने कहा कि आयोग मामले में स्पष्टता के लिए निलंबित अधिकारी और शिकायतकर्ता महिला को संयुक्त पूछताछ के लिए बुला सकता है । अंकोलिया ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि आज की पेशी के दौरान दहिया ने अपने ऊपर लगे आरोपों से संबंधित विभिन्न सवालों के जवाब दिए । उन्होंने कहा, हमने उन (दहिया) पर लगे सभी आरोपों को लेकर विस्तृत चर्चा की । यदि जरूरी हुआ तो हम भविष्य में दहिया और महिला से संयुक्त पूछताछ कर सकते हैं । वर्ष २०१० बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी दहिया को राज्य सरकार ने १४ अगस्त को निलंबित कर दिया था । सरकार ने कदाचार और नैतिक भ्रष्टता के गंभीर आरोपों में दहिया के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है । संबंधित महिला ने आरोप लगाया है कि दहिया ने उससे २०१८ में शादी की थी और उन्होंने इस तथ्य को छिपाया कि वह पहले से ही विवाहित हैं । महिला ने एक सप्ताह पहले अंकोलिया को लिखे अपने पत्र में मांग की थी कि उसकी आठ महीने की बेटी का डीएनए परीक्षण कराया जाए जिससे यह साबित हो सके कि दहिया उसके जैविक पिता हैं । दहिया ने पूर्व में दूसरी शादी के आरोप को खारिज किया था और कहा था कि महिला पैसे ऐंठने के लिए उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है ।