भारतीय खेल के लिए रविवार का दिन ऐतिहासिक रहा । एक ओर जहां वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में पीवी सिंधु ने फाइनल में जीत दर्ज की और खिताब जीतने वाली पहली भारतीय बनीं तो दूसरी ओर तीरंदाज कोमालिका बारी ने भी गोल्ड मेडल पर निशाना साधा । विश्व युवा तीरंदाजी चैंपियनशिप के रिकर्व कैडेट वर्ग के एकतरफा फाइनल में बारी ने जापान की उच्च रैंकिंग वाली सोनोदा वाका को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया । जमशेदपुर की टाटा तीरंदाजी अकादमी की १७ साल की खिलाड़ी कोमालिका अंडर-१८ वर्ग में विश्व चैंपियन बनने वाली भारत की दूसरी तीरंदाज बनीं । उनसे पहले दीपिका कुमारी ने २००९ में यह खिताब जीता था ।
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