आर्टिकल ३७० हटने के बाद से पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से लेकर वहां के आम नागरिक तक में इतनी बौखलाहट है कि वे अपनी खीझ निकालने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे । पाकिस्तानियों ने कश्मीर में आम जनता की सहायता के लिए सीआरपीएफ की हेल्पलाइन को ही अपनी खीझ निकालने का जरिया बना लिया । कुछ पाकिस्तानी इस हेल्पलाइन पर कॉल पर अभद्र भाषा में बात कर रहे हैं । कई पाकिस्तानी तो गालियां भी दे रहे है । सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, सीआरपीएफ हेल्पलाइन पर ११ से १६ अगस्त के बीच ७०७१ कोल्स आई जिनमें से १७१ भारत के बाहर से थीं । लोग हेल्पलाइन पर फोन कर अपने परिवार और रिश्तेदारों की खैरियत मालूम कर रहे है । लेकिन, कुछ पाकिस्तानियों ने कॉल कर सुरक्षा बलों को जमकर अपशब्द कहे और आर्टिकल ३७० हटने के बाद कुछ नहीं कर पाने की अपनी सरकार की विवशता की खुन्नस निकाली । जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनके पास भी पाकिस्तानी नंबर से कुछ फोन कॉल्स आए है । उन्होंने कहा कि उनमें से कुछ वाकई रिश्तेदारों की खैरियत मालूम करने के लिए फोन कॉल थे, लेकिन कुछ ऐसे भी पाकिस्तानी हैं जो दुसरी तरफ से सिर्फ अपने गुस्सा जाहिर करने और अपशब्द कहने के लिए फोन कर रहे है । मददगार हेल्पलाइन पर २७०० फोन कोल्स सुरक्षा बलों के परिवार की ओर से, २४४८ कॉल्स कश्मीर से बाहर रह रहे लोगों ने अपने परिवार का हालचाल जानने के लिए फोन किया । १७५२ कॉल्स गैर-कश्मीरियों ने कश्मीर के लोगों का हाल जानने के लिए कीं । प्रदेश से बाहर रहनेवालों ने हेल्पलाइन के जरिए अपने परिवार की खैरियत मालूम की । टोल फ्री नंबर १४४११ पर सऊदी अरब से ४५ कॉल आए ।