भारत की महिला धावक हिमा दास ने 15 दिनों के अंदर पांच गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम विश्व पटल पर रोशन किया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर लगभग सभी नामी हस्तियों ने हिमा दास को इस उपलब्धि पर बधाई दी। आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने भी हिमा को शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया, मगर अपने ट्वीट के चलते वह लोगों के निशाने पर आ गए।
सद्गुरु ने लिखा, हिमा दास, भारत के लिए एक गोल्डन शावर (सोने की बारिश) की तरह। बधाई और आशीर्वाद। सद्गुरु ने यह ट्वीट 18 जुलाई को किया था। मगर 23-24 जुलाई से अचानक उनके इस ट्वीट की आलोचना होने लगी। लोगों ने कहा कि कम से कम यह ट्वीट करने से पहले ‘गोल्डन शावर’ का मतलब तो जान लेते।
अर्बन डिक्शनरी में ‘गोल्डन शावर’ एक स्लैंग की तरह इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ होता है ‘सेक्शुअल डिजायर के लिए किसी के ऊपर पेशाब करना। जाहिर तौर पर सद्गुरु को इस स्लैंग के बारे में नहीं पता होगा और उनका मतलब सोने (गोल्ड मेडल) की बारिश से रहा होगा, मगर लोग अब भी उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। कई तो ऐसे हैं जो उन्हें ट्वीट डिलीट तक करने की सलाह दे रहे हैं।
कई यूजर सद्गुरु के समर्थन में भी खड़े हैं। एक यूजर अनुपमा ने लिखा, उनका मतलब कनक (स्वर्ण) वर्षा से था। क्या हम शब्द के मतलब से ज्यादा किसी की भावना को तवज्जो देना नहीं सीख सकते? एक अन्य यूजर ने लिखा, कुछ लोगों को अपने गटरछाप दिमाग की सफाई करवाने की जरूरत है।