गुजरात विधानसभा में खुद राज्य सरकार द्वारा पेश किए जानकारी में यह चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है कि, गुजरात राज्य में टीबी की अपेक्षा एड्स के मरीज ज्यादा है और इसमें भी पूरे राज्य में सबसे ज्यादा एचआईवी संक्रमित मरीज अहमदाबाद शहर में हैं ।
सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े पर से पूरे राज्य में और विशेष करके अहमदाबाद में एड्स और एचआईवी संबंधित स्थिति काफी गंभीर और चिंताजनक है । जिसकी वजह से सरकार ने इस दिशा में तुरंत प्रभावी और महत्वपूर्ण काम करना चाहिए ऐसी स्थिति बनी है ।
गुजरात विधानसभा में बोरसद के विधायक राजेन्द्रसिंह परमार ने एचआईवी, टीबी और थेलेसेमिया के मरीज के आंकड़े मांगे गये थे । जिसमें राज्य सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े के अनुसार, गुजरात राज्य में टीबी के मरीजों की संख्या ८२,६६२ है, जबकि एचआईवी पॉजिटिव जीटिव मरीजों की संख्या १,२०,८६६ है । इस तरह, राज्य में टीबी की अपेक्षा एचआईवी पॉजिटिव के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा होने की चौंकाने वाली और चिंताजनक बात सामने आयी है ।गुजरात के ३३ जिलों से अहमदाबाद मेर्ं सबसे ज्यादा २२,८७७ एड्स के मरीज है, इसके बाद में २०,७७६ मरीजों के साथ सूरत का नंबर आता है । सरकार के आंकड़े अनुसार, राज्य में मोरबी में सबसे कम ७२९ एड्स के मरीज है । टीबी के मरीजों की संख्या में भी अहमदाबाद सबसे आगे है । इस तरह, राज्य में टीबी की अपेक्षा एड्स के मरीजों की ज्यादा संख्या सरकार के लिए चिंताजनक मामला है । नीति आयोग ने अपने रिपोर्ट में बताया है कि, गुजरात टीबी के सबसे ज्यादा केस वाले राज्यों में से एक है । प्रति एक लाख पर २२४ लोग टीबी के मरीज हैं । विधायक राजेन्द्रसिंह परमार द्वारा इसके साथ ही राज्य में मरीजों के उपचार और सुविधाओं और मेडिकल स्थिति मामले में जानकारी मांगी गई थी ।
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