बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए । केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट मीटिंग में हुए फैसलों के बाद मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा की । उन्होंने बताया कि मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है कि अब उन्हें अलग-अलग प्रवेश परीक्षाओं की जगह सिर्फ एक NEET की परीक्षा ही पास करनी होगी । जावड़ेकर ने कहा मौजूदा समय में देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में अलग-अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है । अब इन सबकी जगह सिर्फ NEET की परीक्षा होगी और इसके आधार पर ही छात्रों को एडमिशन मिलेगा । आपको बता दें कि नीट एग्जाम हर साल देश के अलग-अलग शहरों में आयोजित किया जाता है । ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोसोर्ं के लिए प्रतिष्ठित कॉलेजों में एडमिशन के लिए हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं । इसके अलावा एक और फैसले की जानकारी देते हुए जावड़ेकर ने बताया कि देश के सबसे बड़े हाइड्रो प्रॉजेक्ट को भी मंजूरी दे दी गई है । अरुणाचल प्रदेश में देश के सबसे बड़े हाइड्रो प्रॉजेक्ट दिबांग मल्टीपर्पज को अनुमति मिल गई है । यह २८८० मेगावॉट प्रॉजेक्ट है । सरकार ने बुधवार को ऋण शोधन अक्षमता संहिता में कुल सात संशोधन किए जाने के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी ।
ऋण शोधन अक्षमता और दिवाला संहिता (आईबीसी) में संशोधन का मकसद कंपनी कर्ज शोधन अक्षमता समाधान रूपरेखा में गंभीर खामी को दूर करने के साथ समाधान प्रक्रिया के जरिये अधिकतम मूल्य प्राप्त करना है । मंत्रिमंडल ने संहिता में बदलाव को मंजूरी दे दी । आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार संशोधन से सरकार समयसीमा का कड़ाई से पालन करने के साथ साथ यह सुनिश्चित कर सकेगी कि चलता हाल कंपनी के लिए अच्छा से अच्छा पैसा मिल सके ।