बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद गायब होने से उनके राजनीति से किनारा करने की अटकलों को लेकर विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अस्थियों की चोट का इलाज करवा रहे थे लेकिन लोगों ने मसालेदार कहानियां गढ़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि मित्रो मैं पिछले कुछ सप्ताह से अपने हड्डियों की चोट का इलाज करवाने में व्यस्त था लेकिन मेरी गैर-मौजूदगी में विरोधियों और मीडिया के एक तबके ने इसे लेकर मसालेदार कहानियां गढ़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम में समाजवाद, धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय का विकल्प तलाशने वाले लोगों के लिए हम लोग पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ जवाबदेह हैं। मैं ऐसे लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनके साथ हैं और हमारा संघर्ष जारी है। हाल के दिनों में हुए बदलाव ने मुझे चीजों को अलग ढंग से समझने और विश्लेषण करने में मदद पंहुचाया है।
यादव ने एक अन्य ट्वीट में मुजफ्फरपुर और उसके आसपास के जिलों में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चों की हुई मौत को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधते हए कहा कि एईएस से सैकड़ों गरीब बच्चों की हुई मौत जैसी घटनाओं पर वह लगातार नजर रखे हुए हैं। राजद नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से पीड़ित परिवारों से बिना फोटो खिंचवाए मुलाकात करने का निर्देश देते हुए कहा कि सांसदों को इस मुद्दे को संसद भवन में उठाने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जरूर जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे बिहार, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं। राजद नेता ने कहा कि अपने स्थापना से लेकर आज तक राजद संघर्ष करने वाले लोगों के साथ खड़ा रहा है और उसका यह रुतबा केवल एक चुनाव हार जाने से समाप्त नहीं हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं बिहार के लोगों और पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम लोग गरीबों के मुद्दे पर नई प्रतिबद्धता के साथ प्रतिदिन संघर्ष करने की तैयारी में हैं।