मध्यप्रदेश के इंदौर में बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ नगर निगम के कर्मचारी लामबंद हो गए हैं । आकाश ने बुधवार को नगर निगम के एक अफसर की क्रिकेट बैट से पिटाई की थी । विधायक की गुंडागर्दी से नाराज कर्मचारी निगम दफ्तर के बाहर इकट्ठा हुए और प्रदर्शन किया । इस बीच बीजेपी ने अब तक इस मामले में विधायक आकाश के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है । इंदौर नगर निगम के कर्मचारी गुरुवार सुबह कार्यालय के बाहर बीजेपी विधायक के खिलाफ प्रदर्शन के लिए जुटे । अपनी बांह पर काली पट्टी बांधकर कर्मचारियों ने गुस्से का इजहार किया । कर्मचारियों ने कहा कि उनके अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए । विरोध प्रदर्शन कर रहे एक निगम कर्मी ने कहा, हमारा जो कर्मचारी फील्ड में है, उसकी सुरक्षा की जाए । वह डरा हुआ है । जो कर्मचारी से मारपीट करेंगे, उनके खिलाफ हम आवाज उठाएंगे । इस बीच आकाश के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने निशाना साधा है । दिग्विजय ने ट्वीट करते हुए कहा, आकाश विजयवर्गीय -हमें बीजेपी में सिखाया जाता है, पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दनादन । क्या इससे स्पष्ट नहीं होता कि बीजेपी को ना नियम पर, कानून पर, ना संविधान पर विश्वास है? आकाश विजयवर्गीय (३४) बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं और नवंबर २०१८ का विधानसभा चुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने हैं । इंदौर में जर्जर भवन ढहाने की मुहिम के दौरान विवाद के बाद बीजेपी विधायक ने नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बैट से पीट दिया था । इस घटना का एक विडियो भी सामने आया था । इस मामले में आकाश विजयवर्गीय के साथ ही १० अन्य लोगों के खिलाफ भी आईपीसी की धारा ३५३, २९४, ३२३, ५०६, १४७, १४८ के तहत एफआईआर दर्ज की गई । पुलिस ने इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया । स्थानीय अदालत ने मामले में विजयवर्गीय की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें ११ जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया है ।