बिहार में अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी चमकी बुखार से मौतों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार बयान दिया है । राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि चमकी बुखार से मौत हम सबके लिए शर्मिंदगी की बात है । साथ ही पीएम ने कहा कि यह हम सबकी सबसे बड़ी विफलता है । बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर और उसके आस-पास के जिलों में एईएस से अब तक १५० से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है । पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा, यहां पर बिहार के चमकी बुखार की भी चर्चा हुई है । हम सभी के लिए दुख की बात है और शर्मिंदगी की बात है आधुनिक युग के अंदर । मैं मानता हूं कि पिछले सात दशक में सरकारों के रूप में और समाज के रूप में हमारी जो विफलताएं हैं, उसमें यह एक सबसे बड़ी विफलता है । उन विफलताओं में से एक विफलता है । इसको हम सभी को गंभीरता से लेना होगा । मैंने तुरंत अपने हेल्थ मिनिस्टर को वहां दौड़ाया ।
पीएम ने आगे कहा, मैं समझता हूं कि कुछ जगह पर ईस्टर्न यूपी में इन दिनों अच्छी स्थिति नजर आ रही है । फिर भी क्लेम नहीं कर सकते । टीकाकरण, सुरक्षित मातृत्व इन सभी चीजों पर हम बल दें । मुझे विश्वास है कि यह जो दुखद स्थिति है, मैं राज्य सरकार के संपर्क में हूं । मिलकर के जितना जल्दी हो सके हम सबको संकट से बाहर निकाल सकें । पीएम ने इसके साथ ही झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना पर कहा, झारखंड मॉब लिंचिंग का अड्डा बन गया है । क्या झारखंड राज्य को दोषी बता देना सही है? जो बुरा हुआ है उसे अलग करें । लेकिन सबको कठघरे में रखकर राजनीति तो कर लेंगे । इसलिए पूरे झारखंड को बदनाम करने का हक हमें नहीं है । वहां भी सज्जनों की भरमार है । न्याय हो, इसके लिए कानूनी व्यवस्था है ।