पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यदल (FATF) द्वारा सितंबर तक आतंक के वित्तपोषण को रोकने के लिए अपनी कार्ययोजना को लागू करने के लिए कहा जा रहा है। इस बीच भारत ने कहा कि पड़ोसी देश को आतंकवाद से संबंधित वैश्विक चिंताओं को दूर करने के लिए विश्वसनीय और स्थिर कदम उठाने चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकी वित्तपोषण अभियानों का मुकाबला करने के लिए FATF की कार्ययोजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
FATF द्वारा पाकिस्तान को पहले ही धन शोधन और आतंक के वित्तपोषण से निपटने के लिए अपर्याप्त नियंत्रण वाले देशों की ग्रे सूची पर डाल दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान FATF के लिए अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता के अनुसार, FATF एक्शन प्लान को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए शेष समय सीमा के भीतर यानी सितंबर 2019 तक सभी आवश्यक कदम उठाएगा। पाकिस्तान को अपने नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र से हो रही आतंकवादी गतिविधि और आतंकवाद के वित्तपोषण से संबंधित वैश्विक चिंताओं को दूर करने के लिए विश्वसनीय, प्रमाणिक, स्थिर और स्थायी कदम उठाने चाहिए।
FATF द्वारा पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य कार्ययोजना के अनुरूप अपने आंतक रोधी वित्तपोषण कार्यो में अक्टूबर तक सुधार करने या फिर कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दिए जाने के संबंध में एक मीडिया प्रश्न के जवाब में आई है। FATF ने पहले जनवरी तक और फिर मई तक कार्ययोजना को पूरा करने में पाकिस्तान की विफलता पर अपनी चिंता व्यक्त की है। FATF ने कहा कि वह सितंबर के बाद अगला कदम तय करेगा।