गुजरात के कुच्छ इलाको भरी हवा के साथ बारिश हुई है। गुजरात राज्य के कई इलाको जान हानि की खबर भी मिल रही है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात ‘वायु’ के रास्ता बदल लेने और इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं होने के बावजूद इस राज्य के तटीय क्षेत्रों के लिए तूफान की गंभीरता एक खतरा बनी हुई है। अधिकारी ने कहा कि तेज हवाओं, धूल भरी आंधी और बारिश का खतरा जस का तस बना हुआ है। तूफान का मध्य भाग गुजरात तट से थोड़ा दूर हो गया है, लेकिन इसका व्यास 900 किलोमीटर से अधिक का है।
मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘वायु’ ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब इसके गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके प्रभाव के चलते राज्य के कई तटीय जिलों में भारी बारिश होगी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने कहा, ‘वायु’ तट से टकराने की संभावना नहीं है। यह केवल तट के किनारे से गुजरेगा। इसके मार्ग में हल्का बदलाव आया है। लेकिन, इसका प्रभाव वहां होगा, तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी।
गुजरात सरकार के राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार ने कहा, सरकार चक्रवाती तूफान वायु के लिए सरकार की सतर्कता उसी तीव्रता के साथ जारी है। लोगों को रहने के लिए आश्रय गृहों में भेजा गया है। लोग सुरक्षित स्थानों पर ही रहेंगे। उनकी तैयारी उसी स्तर पर जारी रहेगी।
चक्रवाती तूफान वायु ने अपनी दिशा बदल ली है और अब वह गुजरात के तय से नहीं टकराएगा। यह बात भारतीय मौसम विभाग ने कही। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव एम राजीवन ने एक मीडिया को बताया, वायु गुजरात के तटीय इलाकों से नहीं टकराएगा। यह केवल उसके छोर को छूकर निकल जाएगा। तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण वहां उसका प्रभाव नजर आएगा। आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने कहा कि चक्रवात समुद्र में रहेगा और गुजरात तट के समानांतर चलेगा।