शहर के नये पश्चिम जोन में स्थित सरखेज वोर्ड में पिछले कई दिनों से ड्रेनेज का पानी लोगों के घर में आने पर रहीशों की स्थिति दयनीय देखने मिली हैं । इसके साथ ही गटर का पानी रास्तों पर भी आ जाते हैं । इसके साथ ही यह वोर्ड में स्थिति तीन तालाब में भी गटर का पानी भर जाने से मच्छर का उपद्रव बढ़ गया हैं। आगामी बारिश के मौसम में इस इलाके में मच्छरजनित बिमारियां बढे ऐसी पूरी संभावना हैं । मिली जानकारी के अनुसार सरखेज वोर्ड में टीपी स्कीम बनी उससे पहले यह वोर्ड में गैरकानूनी निर्माणकार्य तैयार हो गए हैं । कई निर्माणकार्य म्युनिसिपल कोर्पोरेशन की स्ट्रोम वोटर ड्रेनेज लाइन पर ही बना दिए गए हैं । सबसे आघातजनक बात तो यह सामने आई हैं कि इस इलाके में बड़ी संख्या में जो ड्रेनेज के कनेक्शन दिए गए हैं वह गैरकानूनी दिए गए हैं । इस इलाके से निकलते गटर का गंदा पानी खारीकट केनाल में डाला जाता हैं । जिसके कारण खारीकट केनाल में भी गदंगी में वृद्धि हो गई हैं । इसके साथ ही यह वोर्ड में सरखेज गाम तालाब में भी गटर का पानी होने के कारण मच्छर के उपद्रव में वृद्धि हो गई हैं। जिसके कारण आगामी बारिश के मौसम में मच्छरजनित बिमारियों मे वृद्धि हो सकती हैं । इस मुद्दे पर विपक्ष नेता द्वारा कहा गया है कि इजीनियरींग विभाग की यह असफलता हैं । बारिश का मौसम शुरु होने की तैयारी हैं । फिर भी अब तक डिसल्टींग कार्य पूरा नहीं किया गया हैं । जिसके कारण लोगों के घरो में और सार्वजनिक रास्तों पर गटर का पानी आ गया हैं । दूसरी तरफ इंजीनियरींग विभाग का कहना है कि डिस्लटींग का कार्य पूरा कर लिया गया हैं जिसके कारण बारिश के दौरान कोई परेशानी नहीं होगी ।