वाइब्रेंट उत्सव में विशेष मेहमानों के लिए १३,००० रुपये, ७००० रुपये, ३००० रुपये की खाने की डीश दूसरी तरफ राज्य के भविष्य समान आंगनवाड़ी और मध्याहन भोजन के बच्चों को ४.५८ रुपये और ६ रुपये मामूली रकम का भोजन दिए जाते होने की गतिशील, प्रगतिशील और वाइब्रेंट गुजरात की असली वास्तविकता उजागर होने से गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया कि, गुजरात की भाजपा सरकार अरबों रुपये के निवेश और करोड़ों रोजगार के आंकड़े के दावे के बीच वाइब्रेंट भाजपा सरकार की स्वप्रसिद्धि और सरकारी संसाधन -प्राकृतिक संसाधन लूटाने की योजना चलती हो यह सिद्ध हो रहा है । वाइब्रेंट गुजरात में सरकारी चोपडे में ३१,४६,४१३ गरीबी रेखा के नीचे जी रहे गरीब परिवार है । यानी कि १,५७,३२,४६६ नागरिक राज्य के गरीबी रेखा के नीचे कई परेशानी के साथ जीवन गुजार रहे है । राज्य में चार लाख से ज्यादा किसान बिजली कनेक्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं । एक तरफ वाइब्रेंट उत्सव में विशेष मेहमानों के लिए गाला डीनर में १३,००० रुपये की प्रति व्यक्ति भोजन दी जाए, विशेष मेहमानों के लिए विशेष उत्सव में प्रति व्यक्ति ७००० रुपये एक डीश के चुकाये जाए, नास्ता के लिए प्रति व्यक्ति ७०० रुपये और १२०० रुपये चुकाया जाता है । जबकि दूसरी तरफ राज्य में १,१०,९०९ कुपोषित बच्चों को पौष्टिक भोजन के लिए संघर्ष करना पडता है, यह है गुजरात की असली वास्तविकता! पिछले १५ वर्ष से विभिन्न उत्सव के पीछे ५००० करोड़ रुपये की भारी रकम सरकारी तिजोरी से खुद प्रसिद्धि के लिए खर्च करनेवाले भाजपा सरकार -मोदी सरकार ने गुजरात में असमानता की बड़ी खाई पैदा किए जाने का पर्दाफाश करते हुए गुजरात प्रदेश कांग्रेस समिति के मुख्य प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने बताया कि, गुजरात के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए कार्य करते शिक्षकों को सहायक प्रथा के नाम पर आर्थिक शोषण हो रहा है ।